पुलिस की नाकाबंदी होने से पहले ही शहर से बाहर निकल गये लुटेरे, चार थाना क्षेत्रों से गुजरे बेरोकटोक

बीते 26 जुलाई को शहर के डाकबंगला चौक स्थित तनिष्क शोरूम में 3.70 करोड़ लूट मामले में पुलिस को यह बात खल रही है कि उसकी नाकेबंदी होने से पहले ही सारे लुटेरे शहर से बाहर निकल चुके थे.

By Prabhat Khabar News Desk | July 29, 2024 6:15 PM

पूर्णिया. बीते 26 जुलाई को शहर के डाकबंगला चौक स्थित तनिष्क शोरूम में 3.70 करोड़ लूट मामले में पुलिस को यह बात खल रही है कि उसकी नाकेबंदी होने से पहले ही सारे लुटेरे शहर से बाहर निकल चुके थे. तनिष्क शोरूम से दिन के 12:17 बजे लुटरे बाहर निकलकर भागे थे. सात मिनट के अंदर पुलिस को जानकारी हुई. हालांकि जबतक में पुलिस एक्शन में आती और नाकेबंदी करती, तब तक में लुटेरों को शहर से बाहर भागने का काफी वक्त मिल गया था. यही वजह है कि लुटेरे घटना के बाद चार थाना क्षेत्रों से बेखौफ, बेरोकटोक और बहुत आसानी से पार किया. चौथे थानाक्षेत्र में लुटेरे काफी देर तक रुके और अपने कपड़े भी जलाये. तनिष्क शोरूम से लूटपाट के बाद लुटरे जब बाहर आये तो यह सहायक खजांची थानाक्षेत्र का इलाका था. पंचमुखी मंदिर से डोनर चौक की ओर बढ़ते ही केहाट थानाक्षेत्र शुरू हो गया. रामबाग चौक से कप्तानपुल बांध रोड में लुटरे सदर थानाक्षेत्र से गुजरे. फिर रूइगोला माधोपाड़ा का इलाका शुरू हुआ जो मुफस्सिल थानाक्षेत्र में पड़ता है. मुफस्सिल थानाक्षेत्र में ही बेलौरी के आगे सुनसान स्थान पर लुटेरे कुछ देर रुके. वहां पर लूटपाट के दौरान पहने गये कपड़ों को जलाया. इससे साफ जाहिर होता है कि लुटरों को यह भान था कि अब इसके बाद पुलिस की सक्रियता बढ़ गयी होगी. इसलिए कपड़े जलाकर अपनी पहचान छिपाने की जरूरत लुटेरों ने महसूस की. अपने कपड़े जलाने के बाद लुटेरों ने कटिहार जिला की सीमा में प्रवेश किया और फिर बंगाल के मालदा की ओर निकल गये.

पुलिस के वाररूम में तब्दील हुआ सर्किट हाउस

पूर्णिया के सर्किट हाउस में आमतौर पर नेताओं और मंत्रियों के दौरे पर चहल-पहल रहती है. मगर इस वक्त यहां पुलिस की चहलकदमी बढ़ी हुई है. दरअसल, तनिष्क शोरूम लूटकांड में पुलिस ने सर्किट हाउस को ही अपना वाररूम बना दिया है. पिछले 27 जुलाई से एसटीएफ के एडीजी अमृत राज यहीं कैंप कर लूटकांड के उद्भेदन में पुलिस ऑपरेशन की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. उनके साथ ही पूर्णिया एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा, एसटीएफ एसपी अंजनी कुमार समेत पुलिस पदाधिकारी भी यहीं बैठकर संयुक्त रणनीति को अमलीजामा पहना रहे हैं. टेक्निकल टीम भी यहीं से वर्क कर रही है. सारे गठित दसों टीम से मिनट टू मिनट फीडबैक लिया जा रहा है और उन्हें दिशा निर्देश भी यहीं से दिया जा रहा है.

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