पूर्णिया. पूर्णिया कॉलेज में बीएड की पढ़ाई का सपना अधूरा है. आलम यह है कि बीएड के लिए भवन तो बना हुआ है पर कोर्स नदारद है. बीएड की मान्यता मिलने के इंतजार में भवन अनुपयोगी बना हुआ है. गौरतलब है कि पूर्णिया विवि के अधीन यह सबसे पुराना अंगीभूत कॉलेज है. इसके साथ ही यह एकमात्र अंगीभूत कॉलेज है जिसे नैक मूल्यांकन के दूसरे चरण में भी ग्रेडिंग हासिल है. नैक बी ग्रेड के रहते हुए भी यह कॉलेज बीएड जैसे महत्वपूर्ण कोर्स से अछूता है. वर्तमान में दो अंगीभूत कॉलेज फारबिसगंज कॉलेज और डीएस कॉलेज कटिहार में बीएड कोर्स संचालित है. जबकि गुजरे वक्त में घोषणा के बाद भी पूर्णिया महिला महाविद्यालय इस कोर्स को हासिल करने में चूक गया था. हालांकि 75 साल से अधिक पुराने इस कॉलेज में बीएड कोर्स के लिए निर्णायक पहल नहीं की गयी. इस संबंध में पूर्णिया कॉलेज के पूर्व प्राध्यापक व पूर्व डीन प्रो. गौरीकांत झा बताते हैं कि पूर्णिया कॉलेज में बीएड की पढ़ाई शुरू होनी ही चाहिए. उन्होंने बताया कि वर्ष 2016-17 में इस दिशा में कॉलेज की ओर से ठोस पहल की गयी. फिर तकनीकी रूप से यह बात सामने आयी कि बीएड कोर्स के लिए अलग भवन होना चाहिए. इस दिशा में कॉलेज ने भवन निर्माण के लिए कदम बढ़ाया. भवन निर्माण पूरा भी हो गया है. ऐसे में भौतिक सुविधा से पूर्ण होने के बाद कागजी प्रक्रिया को शीघ्र पूरा कराया जाना चाहिए. इस संबंध में पूर्णिया कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. शंभुलाल वर्मा ने बताया कि पूर्णिया कॉलेज में बीएड की मान्यता लेने के लिए पूर्व में प्रयास किया गया था. हालांकि किसी कारणवश यह नहीं हो पाया. पुन: नये सिरे से इस दिशा में पहल की जा रही है. फोटो. 24 पूर्णिया 27 परिचय- पूर्णिया कॉलेज
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है