आंधी-बारिश से बेपटरी हुई बिजली व्यवस्था, दूसरे दिन भी अधिकांश मुहल्लों में छाया अंधेरा
आंधी-बारिश से बेपटरी हुई बिजली व्यवस्था
आंधी व पानी के कारण पिछले 24 घंटे से शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गुल
भीषण गर्मी में पेयजल के लिए मचा हाहाकार, आम जनजीवन पर पड़ा व्यापक असरपूर्णिया. जिले में गुरुवार की शाम हुई तेज आंधी और बारिश के बाद से ही बिजली व्यवस्था पटरी से उतर गयी है. पिछले 24 घंटे से शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गुल हो गयी. कहीं लाइनों में फाल्ट तो कहीं पोल टूटकर गिर गये. इसके अलावा बिजली के तारों पर पेड़ की शाखाओं के गिरने से तार क्षतिग्रस्त हो गये जबकि कहीं- कहीं बड़े पेड़ों के गिर जाने से पोल सहित ट्रान्सफार्मर तक धराशायी हो गये हैं. इस वजह से कुछ मोहल्ले को छोड़ शहरी क्षेत्र में करीब 24 घंटे से ज्यादा समय तक बिजली की आपूर्ति ठप्प रही. बिजली के नहीं रहने से इसका व्यापक असर आम जनजीवन पर पडा है. इससे लोगों को अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि उपभोक्ताओं का अनुमान था कि देर रात तक बिजली बहाल हो जाएगी. लेकिन दूसरे दिन शुक्रवार को भी लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी.
सुबह होते ही पानी की किल्लत का करना पड़ा सामना
शुक्रवार की सुबह अधिकांश मोहल्ले में बिजली आयी जरूर, पर वोल्टेज लो होने से पानी का मोटर पम्प तक नहीं चला. लोगों को सुबह होते ही पेयजल संकट समेत विभिन्न समस्याएं झेलनी पड़ी. शुक्रवार को शाम पांच के बाद बिजली सप्लाई के बहाल होने की बात बिजली कंपनी द्वारा की गयी थी. लेकिन कंपनी का यह दावा भी फेल हो गया. शहरी क्षेत्र के कई मोहल्लों में शाम 5 बजे के बाद भी बिजली सप्लाई सुचारू रूप से चालू नहीं हो पायी. शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी आये आंधी पानी को लेकर लाइनों में फाल्ट, ब्रेकडाउन के साथ बिजली के खंभे गिर जाने से कई इलाकों में बिजली गुल ही रही. हालांकि शहर में आंधी व बारिश बंद होने के बाद गुरुवार देर रात कुछ मोहल्ले में बिजली बहाल जरुर हुई.शहर के कई इलाकों में भी शुक्रवार की रात ब्लैक आउट
बड़े पेड़ों, बिजली के पोल, ट्रान्सफार्मर आदि के जमींदोज होने से शहर के कई इलाकों में शुक्रवार की रात ब्लैक आउट की संभावना पहले से दिखाई दे रही थी. आंधी से शहर के लाइन बाजार, गंगा- दार्जीलिंग रोड, शिव मंदिर के नजदीक पुराना पीपल का पेड़ बिजली तार पर धराशायी हो गया. इस इलाके में बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से शनिवार को दोपहर बाद आने की संभावना है. हालांकि विद्युत आपूर्ति के कार्यपालक अभियंता बलवीर कुमार बागिस ने शुक्रवार देर शाम बिजली बहाल हो जाने की बात कही. इसके अलावा नेवालाल चौक के नजदीक भी एक वट वृक्ष ट्रांसफर्मर पर ही गिर पड़ा. इससे उस इलाके में बिजली आपूर्ति ठप्प है. इसके अलावा महबुब खान टोला, मधुबनी अरगरा चौक, डीएम कोठी रोड, जनता चौक, डोनर हाउस चौक, पंचमुखी मंदिर के सामने, उर्स लाइन चौक सहित विभिन्न जगहों पर पेड़ व पेड़ की टहनी सहित बिजली के पोल गिर पड़े. जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया है.पहले गर्मी से थे परेशान अब पावर कट
आंधी पानी के पूर्व बुधवार और मंगलवार को लोग भीषण गर्मी से परेशान थे. लोडशीडिंग की वजह से बुधवार की रात कई मोहल्ले में बिजली आपूर्ति ठप्प थी. पावर कट की स्थिति का असर आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स के कारोबारियों पर भी पड़ा. बिजली ना आने की उम्मीद से उक्त व्यवसाइयों को बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए जेनरेटर सेट का इंतजाम करना पडा. दूसरी ओर वाहन चार्ज नहीं होने से अगले दिन सडक पर टोटो बेहद कम नजर आया. गुरुवार को हुई आंधी व बारिश के बाद भीषण गर्मी से लोगों को राहत जरुर मिली. शुक्रवार को भी सुबह से शाम तक तेज हवा चलती रही. इस दौरान आसमान में बादल छाए रहे. बिजली आपूर्ति को लेकर विद्युत आपूर्ति के कार्यपालक अभियंता बलवीर कुमार बागिस ने बताया कि आंधी से बिजली कंपनी को कितनी क्षति हुई है इसकी आकलन नहीं किया जा सका है. अभी सारा फोकस बिजली आपूर्ति बहाल करना है. शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल हो गयी है. जहां नहीं हुई है वहां पर देर शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल की जाएगी.पचास से अधिक बिजली मिस्त्री व लाइन मैन बिजली बहाल में जुटे
बिजली की बदहाल स्थिति में सुधार के लिए कंपनी को एक दिन की और मोहलत चाहिए. कंपनी का दावा है कि आंधी-तूफान से उत्पन्न समस्या के समाधान के लिए दिन-रात एक कर काम किया जा रहा है. आंधी व पानी बंद होने के बाद से बिजली कंपनी के लाइन मैन, बिजली मिस्त्री सहित वन विभाग कर्मियों द्वारा सड़क पर गिरे पेड़ को हटवाकर आवागमन सुचारु कराया गया. वहीं कुछ जगहों पर रास्ते से पेड़ हटाने की कोशिश जारी रही. देर रात भर बिजली मिस्त्री बिजली आपूर्ति बहाल करने में लगे रहे. आंधी आने के दूसरे दिन शुक्रवार को युद्धस्तर पर बिजली मिस्त्री लगे हुए दिखे. बिजली कंपनी की माने तो शहरी क्षेत्र में पचास से अधिक बिजली मिस्त्री व लाइन मैन बिजली बहाल में लगे रहे. लेकिन शुक्रवार देर शाम तक अधिकांश मोहल्ले में सुचारू रूप से बिजली बहाल नहीं हो सकी. वहीं बिजली आपूर्ति को लेकर खुद अधीक्षण अभियंता दिवाकर लाल, कार्यपालक अभियंता बलवीर कुमार बागिस, धीरज कुमार व सहायक अभियंता रोहित कौशिक रात भर मॉनीटिरिंग करते रहे. शहरी क्षेत्र में करीब 24 घन्टे तक बिजली गुल रहने से लोगों को एक साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. फोटो -2 पूर्णिया 7- गंगा दार्जिलिंग रोड पर गिरा पीपल का पेड़8- नेवालाल चौक पर लाल मकान के नजदीक ट्रांसफार्मर पर गिरे पेड़
9- गिरे पेड़ की काट छांट करते कर्मी10- सर्किट हाउस के नजदीक बिजली आपूर्ति बहाल करने में लगे कर्मी ……………………
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है