पूर्णिया. राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष माधव सिंह ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित एकीकृत 70 वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि बीपीएससी परीक्षा में शिक्षा माफिया की मिली भगत से बड़े पैमाने पर परीक्षा घोटाला किया गया है और किया जा रहा है. ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’का नारा देने वाले, छात्र नौजवानों की बात करने वाले केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान और प्रतिपक्ष नेता बिहार विधानसभा तेजस्वी यादव छात्र, नौजवानों पर हो रहे बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज पर चुप हैं. पटना पुलिस ने क्रूरता का पराकाष्ठा पार कर दिया है. लोकतंत्र में धरना-प्रदर्शन, भूख- हड़ताल करना जनता का मौलिक अधिकार है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार में सत्ता सुख भोग रहे नेता बीपीएससी के गरीब छात्रों के भविष्य पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. यह सवाल जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर या अन्य नेता की बात नहीं है. यह बिहार के गरीब छात्रों के भविष्य और उनके जीवन का सवाल है.रालोजपा नेता माधव सिंह ने कहा कि जदयू और भाजपा की सरकार को बिहार के छात्रों और नौजवानों पर बर्बरता पूर्ण लाठी चार्ज एवं आंसुओं की कीमत चुकानी पड़ेगी. राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, बिहार के बीपीएससी अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने, युवाओं को रोजगार दिलाने, बिहार से पलायन को रोकने और भ्रष्टाचार से बिहार को मुक्ति दिलाने के लिए संकल्पित है.बीपीएससी छात्रों को न्याय दिलाने के लिए रालोजपा सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी. फोटो- 12 पूर्णिया 12- माधव सिंह
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