Purnia news : थर्ड और सेकेंड दोनों शिफ्ट में हुई थी गड़बड़ियां, लास्ट मूवमेंट में बदले गये सेंटर के कर्मी
बड़ा खुलासा : मामला पूर्णिया डिजिटल ऑन लाइन एग्जामिनेशन सेंटर में हुए फर्जीवाड़ा का
पूर्णिया. एसएससी के एमटीएस ऑन लाइन परीक्षा के फर्जीवाड़ा मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि हासदा रोड स्थित पूर्णिया डिजिटल ऑन लाइन एग्जामिनेशन सेंटर में बीते 14 नवंबर को हुई एसएससी एमटीएस की परीक्षा के दौरान थर्ड शिफ्ट में ही नहीं, बल्कि सेकेंड शिफ्ट में भी गड़बड़ियां हुई थी. फर्जी कैंडिडेट थर्ड शिफ्ट की परीक्षा में ही नहीं, बल्कि सेकेंड शिफ्ट की परीक्षा में भी बैठाये गये थे. रियल कैंडिडेट की जगह सेकेंड शिफ्ट की परीक्षा में 13 स्कॉलर फर्जी कैंडिडेट बनकर एग्जाम में बैठे थे. इतना ही नहीं एग्जाम शुरू होने के कुछ दिन पहले ही टीसीएस के कर्मी का ट्रांसफर किया गया था. इसके अलावा केंद्र पर बहाल कर्मियों में लास्ट मूवमेंट में बदलाव किया गया था. इनकी जगह नये कर्मी सेंटर पर लगाये गये थे. यह सब किनके इशारे पर हुआ पुलिस इसका पता लगा रही है.जांच के क्रम में एसएससी और टीसीएस से डाटा मंगवाया गया. प्राप्त डाटा से यह स्पष्ट हो गया है कि 14 नवंबर को आयोजित परीक्षा के तीसरे शिफ्ट में ही नहीं बल्कि सेकेंड शिफ्ट में भी गड़बड़ियां हुई थी. एस्ट्रा मशीन के डेटा को आईपी और लॉग से निकलवाया गया है. इससे साफ है तीसरे शिफ्ट में 13 मामलों में गड़बड़ियां हुई.सेकेंड शिफ्ट की परीक्षा में भी 13 मामले गड़बड़ पाये गये हैं. जिसमें स्कॉलर बिठाकर एग्जाम दिलवाया गया है. अब पूरे पीरियड के एग्जाम का डेटा मंगवाया जा रहा है और उसमें यह मालूम किया जा रहा है कि इसमें कौन लोग शामिल थे. जांच और पूछताछ में यह भी पता चला है कि परीक्षा शुरू होने के कुछ दिन पहले ही टीसीएस के कर्मी का ट्रांसफर किया गया था. इनकी जगह किसी अन्य कर्मी को लाया गया था. गौरतलब है कि बीते 14 नवंबर को एसएससी एमटीएस की तीसरी पाली की परीक्षा के दौरान सदर थाना क्षेत्र के गुलाबबाग के हसदा रोड स्थित पूर्णिया डिजिटल ऑनलाइन एग्जामिनेशन सेंटर से फर्जीवाड़े की बात सामने आई थी. इस मामले में सेंटर से 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. सेंटर पर चल रहे फर्जीवाड़े के मामले में वैशाली, नालंदा और कटिहार के सेंटर संचालक, फ्लाईंग ऑब्जर्बर, 12 फर्जी कैंडिडेट, 14 ओरिजनल कैंडिडेट कैंडिडेट, 7 स्टाफ और दो दलालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. फर्जी दस्तावेज से जुड़े एक मामले में बाद में सेंटर को- ऑर्डिनेटर को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इस मामले में 17 नवंबर की देर शाम साइबर पुलिस ने केस से जुड़े 15 आरोपियों को 48 घंटे की रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी. इसके ठीक बाद बाकी बचे 20 आरोपियों को रिमांड पर लेकर 48 घंटे तक पूछताछ की गई थी. इसके बाद पूर्णिया डिजिटल ऑन लाइन एग्जामिनेशन सेंटर को साइबर थाना की पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी सील कर दिया गया.
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