Purnia news : आपके मुहल्ले में लग्जरी गाड़ी आकर रुके और उससे महिलाएं उतरें, तो आप यही समझेंगे कि किसी के घर कोई रिश्तेदार आया होगा. पर, जब पता चले कि उक्त गाड़ी से उतरने वाली महिलाएं शातिर चोर हैं, तो आपको सहसा विश्वास नहीं होगा. अगर सीसीटीवी फुटेज में ये महिलाएं कैद नहीं होतीं, तो शायद कोई इस बात पर भरोसा नहीं करता. जी हां, आप सही सुन रहे हैं. ये वीआइपी महिला चोर दिनदहाड़े बंद घरों से कीमती गहने व सामान चुरा कर गाड़ी से रफू-चक्कर हो जाती हैं. चूंकि यह लग्जरी गाड़ी से चलती हैं, इसलिये इन पर किसी को शक भी नहीं होता है. अगर सीसीटीवी में इन वीआइपी महिला चोरों की तस्वीर कैद नहीं होती, तो पुलिस को इनकी भनक भी नहीं लगती. पुलिस को शक है कि महिला चोर सिमिया गैंग की हो सकती हैं. सदर थानाध्यक्ष राजीव कुमार लाल ने बताया कि हाल के दिनों में सिमिया खातून जमानत पर जेल से बाहर निकल गयी है. पुलिस उसकी गतिविधि पर नजर रख रही है.
मधुबनी थाना क्षेत्र में तीन घरों को बनाया निशाना
हाल के दिनों में पूर्णिया शहर के मधुबनी थाना क्षेत्र में जिस प्रकार से महिला चोर गिरोह की सक्रियता बढ़ी है, उससे मुहल्ले के लोग सकते में हैं. बीते एक पखवारे के दौरान मधुबनी थाना क्षेत्र के शांतिनगर एवं संतनगर मुहल्ले में इन महिला चोरों ने तीन घरों को निशाना बनाया है. 11 अगस्त को संत नगर में लग्जरी गाड़ी से पहुंचीं तीन महिला चोरों ने रिटायर्ड वन अधिकारी विपिन कुमार सिन्हा के बंद घर में दिनदहाड़े चोरी की घटना को अंजाम दिया. विपिन कुमार सिन्हा बेंगलुरु में रहते हैं. उनके घर की देखभाल स्थानीय एक महिला के जिम्मे है. 11 अगस्त को दोपहर करीब 1.30 बजे किसी काम से वह महिला घर से बाहर निकली थी. इसी दौरान चार पहिया वाहन से तीन महिला चोर श्री सिन्हा के घर पहुंचीं. गाड़ी को मेन रोड पर खड़ा कर तीनों महिला चोर घर के पीछे से बाउंड्रीवाल फांद कर परिसर में घुसीं. अत्याधुनिक औजार की मदद से उनके घर की खिड़की का ग्रिल काट कर अंदर घुसीं और अलमीरा से सोने-चांदी के जेवर आदि पर हाथ साफ कर दिया. इसी दौरान घर की देखभाल करनेवाली महिला घर का मेन गेट खोली, तो आवाज सुन कर तीनों चोर तेजी से भाग कर गाड़ी में बैठीं और चलते बनीं.
सीसीटीवी फुटेज में महिला चोरों का फोटो कैद
सीसीटीवी फुटेज में तीन महिला चोरों को स्पष्ट रूप से मुहल्ले के लोगों ने देखा. इस घटना के दो रोज बाद शांतिनगर में प्रभाकर कुमार के घर इन्होंने चोरी को अंजाम दिया. प्रभाकर कुमार ने बताया कि उनके घर के पड़ोस में भी कुछ दिन पूर्व चोरी की घटना हुई थी. मुहल्ले के एक पंडित जी ने बताया कि अक्सर वह तीन बजे सुबह में कुछ महिलाओं को शांतिनगर के रास्ते से जाते हुए देखते हैं. थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर में नगर निगम की पूर्व मेयर सविता देवी के बंद घर में भी भीषण चोरी की घटना हो चुकी है.
कहीं ये सिमिया गैंग की दस्तक तो नहीं
वर्ष 2016 में कटिहार मोड़ की रहनेवाली चर्चित चोर सिमिया खातून (सिमिया गैंग) शहर में लगातार हो रही चोरियों की वजह से चर्चा में आयी थी. पुलिस ने खुलासा किया था कि महिलाओं का एक संगठित चोर गिरोह है, जो लग्जरी गाड़ी का उपयोग कर बंद घरों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है. सिमिया पहली बार मरंगा थाना क्षेत्र के सुधा डेयरी के पास एक बंद घर में चोरी की घटना से चर्चा में आयी थी. उस समय बताया गया था कि सिमिया खातून के गिरोह में महिलाओं के अलावा कूड़ा चुननेवाले बच्चों की जमात है. कूड़ा चुनने वाले बच्चे ही सिमिया को बताते थे कि कौन सा घर बंद है. कूड़ा चुननेवाले बच्चों की रेकी के बाद सिमिया खातून चोरी की घटनाओं को बड़ी आसानी से अंजाम देती थी.
डेढ़ साल पहले सिमिया खातून हुई थी गिरफ्तार
27 जनवरी, 2023 को सदर थाने की पुलिस ने सिमिया खातून को खुश्कीबाग कोल्ड स्टोरेज के पीछे स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया था. तब पुलिस ने उसके घर से भारी मात्रा में चोरी का सामान बरामद किया था. वह पिछले पांच साल से पुलिस को चकमा देकर फरार थी. पुलिस के अनुसार, सिमिया गैंग में किशोर-किशोरियों के अलावा नशेड़ियों की फौज है. सिमिया अपने गिरोह के सदस्यों को चोरी करने की ट्रेनिंग भी देती है. चोरी करने के साथ-साथ चोरी के माल को खपाने में भी उसे महारत हासिल है. इसके लिए कबाड़ी दुकानदारों से भी उसके काफी अच्छे संबंध रहे हैं.
अलग-अलग जिलों के थानों में दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज
सिमिया के खिलाफ अलग-अलग जिलों के थानों में दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. वर्ष 2016 में सिमिया खातून के पास से पुलिस ने एक लग्जरी गाड़ी जब्त की थी. वर्ष 2002 में खगड़िया रेल पुलिस ने उसे एक महिला सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया था. वर्ष 2011 में सदर थाने में चोरी के दो मामले उसके खिलाफ दर्ज हुए थे. सदर थाने में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का भी एक मामला दर्ज है. वर्ष 2018 में सदर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल के थानों में भी उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं. दो महीने पूर्व कटिहार पुलिस ने सिमिया खातून को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. अभी वह जमानत पर बाहर चल रही है.