पूर्णिया. परिवार और समाज में वृद्धों की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता. घर के बड़े बुजुर्ग से घर में रौनक होती है लेकिन आज बुजुर्ग उपेक्षा का शिकार है. हम जितने सभ्य कहलाते हैं बुजुर्गों की उपस्थिति को नकारते जा रहे हैं. आज की पीढ़ी में जागरूकता उत्पन्न करने की आवश्यकता है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी इनका सम्मान कर सके. इसी मकसद से मिल्लिया कॉन्वेंट इंग्लिश स्कूल, रामबाग, पूर्णिया के बच्चों के साठ सदस्यीय दल ने वृद्धाश्रम, पूर्णिया का भ्रमण किया. सभी कक्षाओं से चार चार बच्चों का चयन किया गया. विद्यालय के प्राचार्य वाई के झा के नेतृत्व में शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मरंगा पूर्णिया स्थित बिहार सरकार द्वारा संचालित वृद्धाश्रम का भ्रमण किया. प्राचार्य के साथ डा. रमण गुंजन, किस्मत आरा, सानू सिंह, तन्नू कुमारी, पूजा सहाय और लारेब फातिमा ने भी सहयोग किया. बच्चों की टीम ने लाचार और असहाय लोगों के बीच फल, बिस्कुट, गमछा,कंघी,नेल कटर, साबुन,सर्फ,तेल इत्यादि का वितरण किया. वृद्ध आश्रम की सुपरिटेंडेंट ममता सिंह ने सबको विस्तार से इसके संचालन प्रक्रिया की जानकारी देते हुए कहा कि इस आश्रम में एक सौ लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था है. फिलहाल यहां 89 लोग रह रहे हैं. इस आश्रम में होने वाला सभी खर्च बिहार सरकार द्वारा किया जाता है. मिल्लिया एडूकेशनल ट्रस्ट के निदेशक डॉ असद इमाम ने कहा कि इस भ्रमण कार्यक्रम के द्वारा बच्चों में सामाजिक दायित्व की भावना का विकास होगा और वे समाज के असहाय और निर्धन लोगों के प्रति कोमल भावनाएं रखेंगे. अपने घर के बड़े बुजुर्ग का सम्मान करेंगे. उनकी अवहेलना नहीं करेंगे. फोटो. 17 पूर्णिया 5- वृद्धाश्रम रवाना होता बच्चों का दल
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