पीजी को ले सवालों के घेरे में विवि नामांकन समिति
पीजी में नामांकन
पूर्णिया. पीजी में नामांकन स्थगित होने के बाद एक बार फिर से विवि नामांकन समिति सवालों से घिर गयी है. दरअसल, यह पहली बार नहीं है कि असहज स्थिति से बचने के लिए पूर्णिया विवि ने नामांकन स्थगित किया है. इसके पहले भी बीच में नामांकन रोकने की नौबत पूर्णिया विवि के समक्ष आयी है. आमतौर पर यूएमआइएस की ओर से मेधा सूची तैयार किये जाने के बाद विवि नामांकन समिति बैठक करती है और फिर मेधा सूची की जांच करने के बाद इसे अपलोड किया जाता है. इसलिए यह पूरी तरह से विवि नामांकन समिति की जवाबदेही बनती है कि मेधा सूची पूरी तरह से त्रुटिरहित रहे. इस बार भी पीजी की मेधा सूची में तकनीकी त्रुटि उजागर हुई है. इसके कारण पीजी की तीसरी मेधा सूची की तुलना में चौथी मेधा सूची में कटऑफ घटने की बजाय 2 से 3 प्रतिशत बढ़ गया. हालांकि विवि प्रशासन ने बचाव में यह बताया कि मेधावी छात्र-छात्राओं को दूसरी बार नामांकन का मौका दिये जाने से कटऑफ बढ़ गया है. यह बात दीगर है कि यह निर्णय पहले ही सार्वजनिक कर दिया जाता तो शायद विवि प्रशासन के इस दावे को मजबूती मिलती. इधर, विवि मीडिया पदाधिकारी प्रो. अंजनी कुमार मिश्रा ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2024-26 में स्नातकोत्तर सेमेस्टर वन में विभिन्न विषयों में नामांकन प्रक्रिया अगले आदेश तक तत्काल स्थगित कर दी गयी है. भाषायी विषयों और साइंस में सर्वाधिक रिक्ति 940 सीट पर नामांकन के लिए पूर्णिया विवि ने चौथी मेरिट लिस्ट जारी की है. बांग्ला में 30 में 27, इकोनोमिक्स में 210 में 40, इंग्लिश 210 में 40, जियोग्राफी 84 में 11, हिन्दी 210 में 37, हिस्ट्री 234 में 29, होम साइंस 192 में 29, मैथिली 93 में 88, म्यूजिक में 32 में 1, परसियन में 30 में 29, फिलोसॉफी 110 में 87, पॉलीटिकल साइंस 210 में 33, साइकोलॉजी 162 में 28, संस्कृत 147 में 117, सोशियोलॉजी 84 में 9, उर्दू 192 में 137, अकाउंट 156 में 13, बॉटनी 164 में 46, कैमिस्ट्री 164 में 30, मैथ 196 में 35, फिजिक्स 164 में 45 और जूलॉजी 184 में 29 सीट रिक्त हैं .
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