11 जगहों पर वेंडिंग जोन बनाने का लिया गया था निर्णय2019 में नगर निगम द्वारा कुल 2516 वेंडर्स को चिह्नित किया गया
700 के करीब वेंडर्स के बीच पहचान पत्र भी बांटे गये.पूर्णिया. शहर में वेंडिंग जोन के तहत करीब दो सौ दुकानें बनेगी. इससे फुटपाथी दुकानदारों को काफी लाभ होगा. इसकी स्वीकृति मिल गयी है और टेंडर निर्गत हो गया है. अब बहुत जल्द शहर के पंचमुखी मंदिर से रेणु उद्यान के बीच करीब 90 से अधिक दुकानें बनेगी. जबकि खुश्कीबाग ओवरब्रिज के नीचे करीब 110 दुकानें का निर्माण होगा. यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो इसी साल में दुकानें बन जाएगी और फुटपाथ दुकानदारों को आवंटित भी कर दिया जायेगा. इन दोनों ही स्थलों पर वेंडिंग जोन के तहत दुकान निर्माण होने के बाद लाइन बाजार और खुश्कीबाग में बहुत हद तक जाम की समस्या दूर हो जायेगी. अभी लाइन बाजार और ख़ुश्क़ीबाग ओवर ब्रिज के आस-पास सुबह होते ही सड़क किनारे ठेला व खोमचा से सज जाती है. इससे दिनभर जाम की समस्या रहती है. शहर को अतिक्रमणमुक्त कर सुंदर और सुसज्जित बनाने के लिए एक बार फिर नगर निगम की सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. दरअसल, शहर को व्यवस्थित व जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए करीब पांच साल पूर्व शहर में वेंडिंग जोन की योजना बनायी गयी थी. लेकिन कानूनी दांवपेंच के कारण यह मामला हमेशा टलता रहा. नतीजतन शहर की अमूमन सभी सड़कों के किनारे जहां रेहड़ी संचालकों व फुटपाथी दुकानदारों द्वारा दुकान सजा ली जाती हैं, वहीं दूसरी ओर प्रतिदिन जाम की समस्या से आम आवाम को जूझना पड़ता है. बार बार जाम को लेकर फजीहत होने के बाद निगम प्रशासन द्वारा आनन फानन में कार्रवाई तो कर दी जाती है लेकिन बाद में स्थिति जस की तस हो जाती है.
दुकानदारों को एकबार फिर जगी आस
नगर निगम की इस पहल से फुटपाथी दुकानदारों को एकबार फिर आस जगी है. जानकारी के मुताबिक नगर निगम में करीब तीन हजार से अधिक फुटपाथी दुकानदार रजिस्टर्ड है. करीब पांच साल पहले नगर निगम द्वारा शहर के 11 जगह पर वेंडिंग जोन के लिए जगह चिह्नित की गयी थी. लेकिन कानूनी अड़चन के कारण इन जगहों पर वेंडिंग जोन नहीं बन पाया. हालांकि महापौर विभा कुमारी की पहल पर राजेन्द्र बाल उद्यान के नजदीक स्ट्रीट फूड पार्क बन कर तैयार है. यहां दो दर्जन से अधिक दुकानें बनी हुई है. इसमें रजिस्टर्ड फुटपाथी दुकानदारों को जगह देने की बात कही गयी है. इस बीच पिछले साल दिसबंर में आग लग गयी जिससे काफी नुकसान हुआ. कई दुकानें जल गयी. इसके बाद फिर से इसका निर्माण किया गया. लेकिन इसके बाद भी अब तक फुटपाथी दुकानदारों को आवंटित नहीं किया गया है. नतीजतन आज भी ठेला- खोंमचे वाले राजेन्द्र बाल उद्यान के सामने और इसके आस-पास सड़क किनारे दुकानें लगा रहे हैं. इससे सड़क पर जाम की स्थिति रहती है. खासकर वाहनों के आवागमन में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.………………
कहती हैं महापौर
शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए फुटपाथ दुकानदारों के लिए करीब दो सौ से अधिक दुकानों का निर्माण होगा. इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है.शहरी क्षेत्र में फूड पार्क के अलावा पंचमुखी मंदिर से रेणु उद्यान के बीच करीब सौ की संख्या में वेंडिंग जॉन के तहत दुकानें बनेगी. इसके अलावा खुश्कीबाग ओवर ब्रिज के नीचे भी एक सौ से अधिक दुकानों का निर्माण होगा. दुकान निर्माण के बाद चिन्हित फूटपाथ दुकानदारों को आवंटित किया जाएगा.फोटो: 23 पूर्णिया 3- विभा कुमारी, महापौर पूर्णिया
कहते हैं सिटी मैनेजर
शहर के पंचमुखी मंदिर से रेणु उद्यान के बीच और खुश्कीबाग ओवर ब्रिज के नीचे वेंडिंग जोन के तहत दुकानें बनेगी. इसका टेंडर निर्गत हो चुका है, बहुत जल्द निर्माण शुरू हो जाएगा. इन दोनों ही जगह करीब दो सौ दुकानों का निर्माण होगा.
फ़ोटो: 23 पूर्णिया 4- पवन कुमार पवन, सीटी मैनेजर पूर्णियाफोटो. 23 पूर्णिया 1- सड़क किनारे सजी फुटपाथ की दुकान
2- राजेंद्र बाल उद्यान के नजदीक बने नव निर्मित फूड पार्कडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है