तीन साल से जिस महिला की हत्या का चल रहा केस, पुलिस को मिली जीवित
पुलिस को मिली जीवित
प्रतिनिधि, अमौर. अमौर थानाक्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. जिस महिला का अपहरण कर हत्या किये जाने का आरोप, महिला के ससुराल वालों पर लगाकर केस किया गया था, उस महिला को जीवित अवस्था में अमौर पुलिस ने उसके मायके से बरामद किया. अमौर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने बताया कि उक्त मृत घोषित महिला को कांड के अनुसंधानकर्ता पुअनि नवीन कुमार ने सशस्त्र पुलिस के साथ गुप्त सूचना पर महिला के मायके में छापेमारी कर जिन्दा बरामद किया है और थाना लाया गया है. थानाध्यक्ष ने बताया कि इस संबंध में मो फारूक अंसारी साकिन नहरटोला पीपरपांती थाना जलालगढ़, जिला पूर्णिया के कोर्ट कम्पलेन के आधार पर अमौर थाना कांड संख्या 352/22 की भदवि धारा 363, 302, 304 (बी), 201, 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया है. इसमें दामाद मो मसीक साकिन बसतपूर, थाना अमौर सहित सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. उक्त अभियुक्तों पर अपनी बेटी रूकसाना खातुन का अपहरण कर हत्या किये जाने का आरोप लगाया है. मामले में मो फारूक अंसारी ने बताया कि उसकी बेटी रूकसाना खातुन का निकाह 15.05.2020 को मो मसीक उम्र 24 वर्ष पिता मंसूर अंसारी, साकिन बसतपूर, पंचायत मझुवाहाट, थाना अमौर, जिला पूर्णिया के साथ हुआ था. विवाह के पश्चात लड़का पक्ष के परिजनों द्वारा उसकी बेटी से कहने लगा कि मो मसीक तुमसे प्रेम करता था इसलिए विवाह कराने को हमलोग मजबूर हो गये थे. इस शादी में तुम्हारे पिता ने कोई दान दहेज नहीं दिया है. अब जाओ अपने पिता से दहेज के रूप में दो लाख रुपये मांग कर लाओ. नहीं तो घर में रहने नहीं देंगे और मार कर कहीं फेंक देंगे. रूकसाना खातुन ने इसकी सूचना अपने माता पिता को फोन पर दी. विवाह के 15 दिन बाद वह अपनी पत्नी के साथ अपनी बेटी रूकसाना से मिलने उसके ससुराल बसंतपूर गये. जहां बेटी के ससुराल वालों ने स्पष्ट रूप से दो लाख रुपये दहेज स्वरूप मांग की. विवाह के दो महीने बाद ससुराल वालों ने रूकसाना को पिता से फोन पर बात करने से मना कर दिया और दहेज की मांग को लेकर उसे तरह तरह यातनायें देकर प्रताड़ित किया जाने लगा. इसकी जानकारी रूकसाना द्वारा अन्य ग्रामीणों के मोबाइल से पिता को दी गई. विवाह के लगभग छह महीने बाद उसके दामाद के पिता मंसूर अंसारी द्वारा उसे कहा गया कि उसके बेटी व दामाद अपने मामा अनवारूल के साथ सिक्किम चला गया है और वहां पर रहकर कमायेगा. जहां मामा अनवारूल रहता है वहां नेट काम नहीं करता है इसलिए मोबाइल पर बात नहीं हो सकेगी. इस प्रकार पिछले डेढ़ साल से उसकी बात बेटी दामाद से नहीं हुई. कांड के अनुसंधानकर्ता पुअनि नवीन कुमार ने बताया मृत घोषित महिला रूकसाना खातून के जीवित बरामद होने से इस मामले में नया मोड़ आ गया है. महिला को सकुशल जीवित बरामद करने के बाद महिला पुलिस अभिरक्षा में उसकी मेडिकल जांच करायी गयी है. इसके साथ ही 164 का बयान कलमबंद कराने हेतु उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है और न्यायालय के आदेश पर अग्रेतर कार्यवाही की जायेगी. फोटो. 2 पूर्णिया 5 परिचय- जिन्दा बरामद तीन साल से मृत घोषित महिला रूकसाना खातुन
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