भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय में मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्णिया. भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय में मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. तीन दिवसीय रोजगार सृजन और सतत आय के लिए मशरूम की खेती तकनीक पर प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है. इसका उद्घाटन भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय, पूर्णिया के प्राचार्य सह अधिष्ठाता डॉ. दिलीप कुमार महतो ने किया. इस प्रशिक्षण में जिले के लगभग सात प्रखंडों के किसानों व उद्यमियो ने भाग लिया. प्राचार्य ने कहा कि यदि पुआल या भूसे का 10 प्रतिशत हिस्सा मशरूम उत्पादन में प्रयोग किया जाय तो बिहार की पूरी जनसख्या सप्ताह में एक दिन मशरूम का उपयोग अपने भोजन में कर सकती है और करोडों रूपये राष्ट्रीय आय में जोड़ा जा सकता है. प्रशिक्षण के प्रभारी डॉ मणिभूषण ठाकुर ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण की जानकारी देते हुए बताया कि मशरूम की खेत बिना खेत के घरों में, छप्परों में तथा किसी भी खाली जगह पर कृषि अवषेषों का उपयोग कर बड़ी आसानी से की जा सकती है. इस व्यवहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से ऑयस्टर, बटन और दुधिया मशरूम का उत्पादन, संरक्षण एवं फसल प्रबंधन औषधीय मशरूम का उत्पादन, कटाई, ग्रेडिग, प्रसंस्करण, पैकेजिंग और मुल्य संवर्धन के साथ साथ मषरूम के लिए विभिन्न व्यंजनों आचार, स्नैस, नमकीन की तैयारी, ब्रान्डिग और माकेटिंग आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी साथ ही साथ किसानों को कम लागत वाली फॉर्म कर डिजाइन और स्थापना करने हेतु होने वाली लागत और मुनाफा पर भी प्रशिक्षण के दौरान चर्चा की गयी. प्रशिक्षण उदघाटन सत्र में महाविद्यालय के डॉ. जर्नादन प्रसाद, डॉ. आषीष रंजन, डॉ. अनुपम कुमारी, डॉ. अभिनव कुमार, डॉ. जय प्रकाश एवं डॉ. चुन्नी कुमारी आदि मौजूद रहे. कार्यक्रम में भाग लेने वाले मशरूम कृषकों में गौरव कुमार, प्रभुनाथ सिंह, राजेष रोषन, मयंक प्रसाद, मो॰ सहजाद, मुबारक अंसारी, लक्ष्मी चौहान, आरोसी यादव, हैप्पी कुमरी आदि ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. कार्यक्रम का संचालन डॉ नुदरत ने की और धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनुपम कुमारी के द्वारा की गयी. फोटो. 26 पूर्णिया 5- कार्यक्रम का उद्घाटन करते प्राचार्य एवं अन्य
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