बिहार: वाल्मीकि नगर के जंगल से निकलकर रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे अजगर, तेंदुआ और मगरमच्छ, लोगों में दहशत

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल दो वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र से सटे रिहायशी गांव ठांढ़ी से सटे वन क्षेत्र से निकलकर वन्यजीवों का विचरण रिहायशी क्षेत्र में आम बात हो गयी है. आए दिन गांवों में जानवरों के पहुंचने से लोगों में दहशत है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2023 7:12 PM
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बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में अब वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल निकलकर वन्यजीवों का विचरण रिहायशी क्षेत्र में आम बात हो गयी है. तेंदुआ, मगरमच्छ व सांप जैसे जानवरों के रिहायशी इलाके में आने से लोगों में भी खौफ का माहौल कायम है. हालांकि, वन विभाग के कर्मियों द्वारा सतर्कता बरतते हुए इन जानवरों का रेस्क्यू कर इन्हें वापस जंगल में या नदी में छोड़ा जा रहा है.

गांव में पहुंचा 12 फिट लंबा अजगर

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल से बाहर निकल 12 फीट लंबा एक अजगर मंगुराहा गांव में आने से स्थानीय लोग भयभीत हो गए. गांव में अजगर के इधर-उधर रेंगने की सूचना पाकर स्थानीय लोगों ने तुरंत वन कार्यालय में सूचना दी. मौके पर जाकर एक रेस्क्यू दल के सदस्यों ने अजगर का रेस्क्यू किया. विशाल सांप की बात सुनकर अधिकांश लोग भय से घर के भीतर छिप गए. भय के बीच तुरंत ग्रामीणों ने स्थानीय वन विभाग से संपर्क किया. उन्होंने मदद का आश्वासन दिया. फिर वन कार्यालय से पहुंचे वनकर्मियों ने उसे पकड़ लिया. इस बाबत रामनगर वन कार्यालय के रेंजर विजय प्रसाद ने बताया कि एक अजगर का मंगुराहा से रेस्क्यू किया गया. फिर उसे वीटीआर जंगल के संरक्षित क्षेत्र में पहुंच आजाद कर दिया गया है.

वन कर्मियों ने रिहायशी क्षेत्र से अजगर का किया रेस्क्यू

इधर, मदनपुर वन प्रक्षेत्र के वन कर्मियों की टीम ने ग्रामीणों के सुचना पर मंगलपुर से एक अजगर का रेस्क्यू किया है. इसकी जानकारी देते हुए रामपुर वन परिसर के वनरक्षी गौरीशंकर दुबे ने बताया कि शुक्रवार को ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली कि मंगलपुर में एक विशाल अजगर पहुंचा हुआ है. सूचना को गंभीरता से लेते हुए वन कर्मियों की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर सांप को रेस्क्यू किया गया. उक्त सांप करीब सात फीट लंबा था. जिसे वीटीआर के संरक्षित जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया.

अजगर ने बतख को बनाया अपना शिकार

वीटीआर वन प्रमंडल दो वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र से सटे हवाई अड्डे के नजदीक रोहित कुमार के घर में घुसकर एक विशालकाय अजगर ने एक पालतू बतख को अपना शिकार बना लिया. सूचना पर पहुंचे वन कर्मियों ने अजगर का सुरक्षित रेस्क्यू कर वन क्षेत्र में छोड़ दिया. ज्ञात हो कि भीषण गर्मी की मार वन्यजीवों को भी झेलनी पड़ रही है. गर्मी से व्याकुल होकर वन्यजीव रिहायशी क्षेत्रों की तरफ रुख कर रहे हैं. इस बाबत वाल्मीकिनगर रेंजर अवधेश प्रसाद सिंह ने बताया कि साक्ष्य के साथ आवेदन करने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. ग्रामीणों से अपील है कि वे सतर्क और सजग रहे.

पोखरा से रेस्क्यू किया गया मगरमच्छ

शुक्रवार को मदनपुर वन प्रक्षेत्र के वन कर्मियों की टीम ने प्रखंड बगहा दो अंतर्गत मंगलपुर-औसानी पहुंच पोखरा से एक मगरमच्छ को काफी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर लिया. गौरतलब है कि वीटीआर के वन क्षेत्रों से आए दिन मगरमच्छ पहाड़ी नदियों व गंडक नदी से निकलकर रिहायशी इलाकों के तालाब में पहुंच जा रहे है. जिसकी वजह से पोखरा में डाले गए मछली इन मगरमच्छों के निवाले बन रही है. जिससे पोखरा स्वामियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस संदर्भ में मदनपुर वन प्रक्षेत्र के प्रभारी रेंजर अवधेश प्रसाद ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली कि मंगलपुर औसानी पोखरा में एक मगरमच्छ आशियाना बनाया हुआ है और वह मछलियों को निवाला बना रहा है. सूचना के आधार पर रामपुर वन परिसर के वनरक्षी गौरीशंकर दुबे के नेतृत्व में वन कर्मियों की टीम को मौके पर भेजा गया. जिनके द्वारा पोखरा में डेरा डाले मगरमच्छ का रेस्क्यू कर सुरक्षित गंडक नदी में छोड़ दिया गया.

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तेंदुआ ने दो बकरियों का किया शिकार, ग्रामीणों में दहशत

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल दो से निकलकर एक व्यस्क तेंदुआ ठांढ़ी गांव निवासी लगन मुखिया के पशु बथान में जा पहुंचा और भैंस के बच्चे को निशाना बनाना चाहा. लेकिन पशुपालक द्वारा शोर मचाए जाने पर तेंदुआ दूसरी तरफ भाग खड़ा हुआ और बथान के निकट समसुल मियां के पशु बथान से एक बकरी को अपना शिकार बना लिया. शोर मचाने पर तेंदुआ बकरी सहित भागने में सफल रहा. पशु बथान के नजदीक लगातार हो रही तेंदुआ की चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. ग्रामीण अपने पशुओं के जानमाल की रक्षा के लिए रतजगा को विवश है. वही सूचना पर पहुंचे वनकर्मी ने तेंदुआ के पग मार्क की पैनी जांच की और बताया कि इस पग मार्ग को देखने से अंदाजा लगता है कि तेंदुआ व्यस्क है.

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