पटना. शराबबंदी कानून को ठीक से लागू नहीं करने को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. खासकर दिल्ली में बैठा लालू परिवार इस मुद्दे पर सवाल दर सवाल कर रहा है. एक तरफ सत्तापक्ष आरोप लगा रहा है कि जहरीली शराब कांड के पीछे विपक्ष की साजिश है, तो दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि शराब बरामदगी मामले में मंत्री के भाई पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई. इधर कांग्रेस ने नीतीश सरकार से इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है.
शराबबंदी मामले पर सरकार पर वार दर वार करनेवाले तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि शराबबंदी पर ध्यान देने वाले नेता जहरीली शराब से मौत होने पर चुप बैठे हैं. तीन दिनों के अंदर बिहार में 50 से ज्यादा मौतें चुकी हैं, लेकिन नीतीश जी शराब माफिया और उसके साथ मिलीभगत करने वाले प्रशासन और पुलिस के लोगों पर कार्रवाई करने की बजाय पीने वाले लोगों को सबक सिखाने की धमकी दे रहे हैं.
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार का एक वीडियो भी ट्वीट किया है. मुख्यमंत्री इस वीडियो में जनता दरबार कार्यक्रम के बाद शराब पीने वालों को नसीहत देते नजर आ रहे हैं.
तेजस्वी यादव यहीं नहीं रुके हैं. उन्होंने नीतीश कुमार के साथ वीडियो में नजर आ रहे मंत्री रामसूरत राय को लेकर भी तंज कसा है. तेजस्वी ने कहा है- ‘मुख्यमंत्री गड़बड़ पर जब बड़बड़ प्रवचन दे रहे हैं, तो इनके बगल में जो भाजपाई मंत्री खड़े है ना, उनके स्कूल के अंदर से दो ट्रक शराब बरामद हुई थी. पुलिस प्राथमिकी में इसका ज़िक्र भी है. मंत्री के नामज़द भाई को आज तक बिहार पुलिस गिरफ़्तार नहीं कर सकी है. यह इनकी कथित शराबबंदी की सच्चाई है.’
इसबीच, कांग्रेस ने शराबबंदी कानून पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा व एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने ऑल पार्टी मीटिंग की मांग करते हुए कहा कि जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर बिहार में कोई नियंत्रण नहीं है. सर्वदलीय बैठक बुलाकर बिहार सरकार शराबबंदी कानून की समीक्षा करे, क्योंकि इसकी समीक्षा समय की जरूरत है. राष्ट्रीय जनता दल के एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने जहरीली शराब कांड को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है.
इधर, मद्द निषेध मंत्री सुनिल कुमार ने कहा है कि बिहार में शराब से हुई मौत पर कार्रवाई की जा रही है. शराब माफियाओं पर कार्रवाई की जा रही. उन्होंने कहा कि गोपालगंज और बेतिया में थानाध्यक्ष समेत सभी जिम्मेदार लोगों को निलंबित कर दिया गया है. शराबबंदी कानून में सख्ती के सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहार में अब तक 700 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया गया. 3 लाख से ज्यादा गिरफ्तारी हुई है.
Posted by Ashish Jha