बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा रविवार को ली गयी पुलिस अवर निरीक्षक पद की परीक्षा का प्रश्न पत्र और आंसर रविवार को वायरल हो गया. दोनों शिफ्टों के वायरल प्रश्न पत्र और आंसर को परीक्षार्थियों ने सही बताया है. हालांकि, प्रभात खबर इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. परीक्षार्थियों ने कहा कि वाट्सएप पर वायरल प्रश्न ही परीक्षा में पूछे गये थे, जबकि परीक्षा हॉल से प्रश्न पत्र बाहर ले जानने की अनुमति नहीं थी.
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परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट साथ में जमा करना था. प्रश्न पत्र और आंसर वायरल होने पर परीक्षार्थियों में आक्रोश है. मालूम हो कि बिहार पुलिस में दारोगा के 1275 पदों के लिए यह वैकेंसी निकाली गयी थी.
भर्ती परीक्षा सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक ली गयी. अभ्यर्थियों को एग्जाम शुरू होने से डेढ़ घंटे पहले अपने-अपने सेंटर पर रिपोर्ट करनी थी. एग्जाम शुरू होने से आधे घंटे पहले सेंटर का गेट बंद कर दिया गया था. इसके बाद भी प्रश्न पत्र व आंसर वायरल हो गये.
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा आयोजित पुलिस अवर निरीक्षक पद की परीक्षा में रविवार को आरएन कॉलेज पंडौल सेंटर से प्रश्न पत्र लीक करने की बात सामने आयी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बेनीपट्टी की रहने वाली रितु कुमारी का सेंटर आरएन कॉलेज में था.
परीक्षा केंद्र पर उसके साथ उसका पति संजीव कुमार भी आया था. द्वितीय पाली में जैमर में तकनीकी खराबी आ गयी थी. किसी प्रकार रितु ने मोबाइल के माध्यम से प्रश्न पत्र को अपने पति संजीव को भेज दिया. फिर संजीव बाहर से प्रश्न को सॉल्व कर अपनी पत्नी को बता रहा था. सेंटर पर जांच के दौरान अभ्यर्थी को पकड़ लिया गया.
इस बात की जानकारी तत्काल केंद्राधीक्षक ने वरीय अधिकारियों को दी. बताया जा रहा है कि सदर एसडीओ अश्विनी कुमार मौके पर पहुंचे और व्यापक रूप से पूछताछ की, जिसके बाद पति और पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले में सदर एसडीओ अश्विनी कुमार ने कुछ भी बताने से परहेज किया और कहा कि सारी जानकारी सोमवार को दी जायेगी. अभी जांच की जा रही है.
इस प्रारंभिक परीक्षा में करीब 85 फीसदी यानी 5.61 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया था. बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के ओएसडी ने बताया कि प्रारंभिक परीक्षा में कुछ नौ अभ्यर्थियों को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया. इनमें तीन अभ्यर्थी ओएमआर पत्र लेकर ही चले गये थे. कुछ लोगों को चीट के साथ नकल करते पकड़ा गया.
पहली पाली में भागलपुर, गया, जहानाबाद, अरवल और हाजीपुर से एक-एक और दूसरी पाली में मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सीवान और मधेपुरा से एक-एक अभ्यर्थियों को परीक्षा से निष्कासित किया गया. मालूम हो कि इस परीक्षा को लेकर सूबे के सभी 38 जिलों में 613 केंद्र बनाये गये थे. कुल 6.60 लाख परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था. प्रश्न पत्र वायरल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं मिली है.