पटना. पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी रविवार की शाम पटना आ गयी हैं. पटना आने के बाद अपने आवास से वह सीधे अपने बड़े बेटे और विधायक तेज प्रताप यादव के घर पहुंची. यहां वे करीब दस से पंद्रह मिनट रहीं. मां और बेटे के बीच बेहद सकारात्मक बातचीत हुई. राजद से जुड़े सियासी जानकारों के मुताबिक बंद मुलाकात के दौरान और कोई नहीं था.
सियासी जानकारों के मुताबिक राबड़ी देवी अपने दोनों बेटों तेज प्रताप और तेजस्वी प्रसाद के बीच आये वैचारिक अंतर को पाटने आयी हैं. दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की मंशा है कि पारिवारिक एकता बेहद जरूरी हो गयी है. वहीं राजद सुप्रीमो चाहते हैं कि उनके प्रस्तावित बिहार दौरे के दौरान किसी तरह का विवाद नहीं हो.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की नजर में मां के रूप में राबड़ी देवी एक बेहतर मध्यस्थ हो सकती हैं. लालू प्रसाद 20 से 22 अक्तूबर के बीच उप चुनाव में प्रचार के लिए पटना आ सकते हैं. चूंकि तेज प्रताप , अपनी मां राबड़ी देवी को विशेष लगाव रखते हैं. इसलिए वे प्रभावी भूमिका में हैं.
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पटना पहुंचने के बाद पटना एयरपोर्ट पर बातचीत में कहा कि उनके परिवार में कोई झगड़ा नहीं है. असली लड़ाई तो एनडीए से है. उन्होंने बताया कि उप चुनाव में राजद की जीत तय है. लालू यादव की सेहत को लेकर राबड़ी देवी ने कहा कि उनकी सेहत में काफी तेजी से सुधार हो रहा है.
मालूम हो कि तेज प्रताप ने घोषणा की है कि 11 अक्तूबर को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर पटना के गांधी मैदान से छात्र जनशक्ति परिषद के बैनर तले जनशक्ति यात्रा की शुरुआत होगी. यात्रा प्रारंभ होने से पहले वो गांधी मैदान स्थित लोकनायक के मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे. इसके बाद यहां से नंगे पैर चल कर वो कदमकुआं स्थित जयप्रकाश आवास(जेपी आश्रम) जायेंगे.
Posted by Ashish Jha