तमिलनाडु मामले में राबड़ी देवी का भाजपा पर बड़ा आरोप, अफवाह फैला कर दंगा कराने का काम कर रही भाजपा
बिहार में एक ओर भाजपा सदन से सड़क तक तमिलनाडु में बिहार के लोगों के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर सरकार से सवाल पूछ रही है, तो दूसरी ओर राजद नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा है कि भाजपा अफवाह फैला कर बिहार को बदनाम करने का काम कर रही है.
पटना. बिहार में एक ओर भाजपा सदन से सड़क तक तमिलनाडु में बिहार के लोगों के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर सरकार से सवाल पूछ रही है, तो दूसरी ओर राजद नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा है कि भाजपा अफवाह फैला कर बिहार को बदनाम करने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. भाजपा देश में दंगा फैलाना का काम कर रही है. किसी भी झूटी घटना का अफवाह फैला कर बिहार को बदनाम करना चाहती है.
झूठी घटना को लेकर हो हल्ला कर रही भाजपा
राबड़ी देवी ने कहा कि भाजपा बिहार और बिहारियों की भावनाओं से खेल रही है. बिहार के लोगों को बदनाम करने का काम कर रही है. देश में दंगा हो इसके लिए षड्यंत्र कर रही है. राबड़ी ने कहा कि भाजपा ने यह मुद्दा तब गढ़ा है जब तेजस्वी यादव विपक्ष को एकजुट करने के लिए वहां गये थे. इसी को लेकर तेजस्वी यादव को बदनाम करने की नियत से भाजपा झूठी घटना को लेकर हो हल्ला कर रही हैं. पूर्वोत्तर में भाजपा की जीत पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि 2024 में बिहार की जनता और देश की जनता तय करेगी कि आखिर किसकी सरकार बनेगी.
तेजस्वी के बयान से भड़के विजय सिन्हा
इससे पहले विधानसभा में तमिलनाडु मामले को लेकर हंगामे के बीच तेजस्वी यादव ने कहा कि वहां कोई हमला नहीं हुआ है. भाजपा वाले और मीडिया अफवाह फैला रही है. इस पर भाजपा ने तेजस्वी यादव को खुली चुनौती दे दी कि अगर हमले की बात गलत होगी, तो वे सदन में खड़े होकर माफी मांगेगे. इस बीच, तेजस्वी यादव के चार्टर प्लेन से तमिलनाडु जाने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि अदाणी के चार्टर प्लेन से नहीं गये थे. तेजस्वी के इस बयान के बाद भाजपा के विधायक वेल में आ गये.
भाजपा का मकसद महज सदन में हंगामा खड़ा करना
इसबीच, बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने तमिलनाडु मुद्दे को लेकर सरकार का पक्ष रखा है. श्रवण कुमार ने कहा कि अगर एक दिन को छोड़ दिया जाए तो पिछले 4 दिनों से लगातार सदन में विपक्ष के सदस्य और विशेष रूप से नेता प्रतिपक्ष के द्वारा हंगामा किया जा रहा है. हंगामा करना कोई गलत बात नहीं, लेकिन उनका अगर तरीका है वह कहीं से भी उचित नहीं है. विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा विधानसभा के कार्य संचालन नियमावली की धज्जियां उड़ाई जा रही है. उनका मकसद महज सदन में हंगामा खड़ा करना है और कुर्सी को टेबल पर पटकना, नारा लगाना हंगामा करना यही इनका काम रह गया है.