अच्छी पहल : बिहार के 59 जेलों में अब बजेगा रेडियो, कैदी ही होंगे रेडियो जॉकी
कारा एवं सुधार विभाग के द्वारा बंदियों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करने के लिए जेल रेडियो की पहल की जा रही है. जल्द ही जिला पदाधिकारी के माध्यम से इसका विधिवत उद्घाटन करने के साथ ही यह सुविधा शुरू हो जायेगी.
बिहार के जेलों में बंद कैदियों के मनोरंजन के लिए जेल प्रशासन ने अच्छी पहल की है. जेल में अब जेल रेडियो होगा और बंदी ही इसके रेडियो जॉकी होंगे. इसकी शुरुआत सेंट्रल जेल में जल्द ही होने जा रही है. इस रेडियो पर सुबह उन्हें देश प्रेम व भक्ति भावना को जागृति करने वाले गीत को सुनने को मिलेंगे. बंदियों की स्वरचित कविताएं व गीतों के साथ जेल में दिन भर होने वाली गतिविधियों के बारे में समाचार भी प्रसारित किये जायेंगे. यह प्रसारण शाम को भी होगा. बंदियों की जीवन दशा में बदलाव के लिए स्थापित इस जेल रेडियो में बंदी स्वयं रेडियो जॉकी की भूमिका निभायेंगे. इसके लिए दोष सिद्ध बंदियों की एक टीम बनेगी. जिनकी भाषा और सुर दोनों अच्छा होगा.
59 जेलों में शुरू होगा जेल रेडियो
कारा एवं सुधार विभाग के सूत्रों के अनुसार जेल रेडियो की शुरुआत में कुछ जेलों में कर दी गयी है. बिहार के सभी 59 जेलों के साथ ही बक्सर केंद्रीय कारागार में यह पहल की जा रही है. बक्सर केंद्रीय कारागार में कैदियों को रेडियो सुनने के लिए हर कक्ष में स्पीकर लगाये जा रहे हैं.ताकि स्पीकर के माध्यम से हर दिन सुबह और शाम दो-दो घंटे कैदी के स्वस्थ मनोरंजन सुंन सकेंगे. जल्द ही इसका विधिवत उद्घाटन होगा.
बनाया गया कंट्रोल रूम
जेल रेडियो के प्रसारण के लिए एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जहां सुबह और शाम कोई भी कैदी पहुंचकर गीत, भजन, कहानी, कोई रोचक प्रसंग, चुटकुला आदि भी सुना सकेंगे, उनके लिए दो घंटे सुबह, दो घंटे शाम नियंत्रण कक्ष खोला जायेगा, जहां बैठकर वह अपनी बातें स्पीकर के माध्यम से जेल के कोने-कोने तक पहुंचा सकेंगे.
सभी जेलों में बन गया है सुधार गृह
बक्सर कारा अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि बक्सर केंद्रीय कारा के साथ-साथ प्रदेश की प्रत्येक कारा अब सुधार गृह भी बन गया है. यहां रह रहे कैदियों को विभिन्न रोजगार परक प्रशिक्षण, खेलकूद तथा अन्य गतिविधियों से जोड़ा जाता है, ताकि यहां से निकलने के पश्चात वह अपनी जिंदगी को बेहतर ढंग से जी सके. समय-समय पर कैदियों के बीच योग और ध्यान आदि का प्रशिक्षण सत्र भी चलाया जाता है.
सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करने की पहल
राजीव कुमार ने बताया कि कारा एवं सुधार विभाग के द्वारा बंदियों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करने के लिए यह पहल की जा रही है. जल्द ही जिला पदाधिकारी के माध्यम से इसका विधिवत उद्घाटन करने के साथ ही यह सुविधा शुरू हो जायेगी. लगभग इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है.