बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अपने ही क्षेत्र राघोपुर में भारी विरोध का सामना करना पड़ा है. बताया जा रहा है कि बाढ़ इलाकों का जायजा लेने पहुंचे तेजस्वी यादव को स्थानीय लोगों ने काला झंडा दिखाकर विरोध किया है. वहीं तेजस्वी यादव के विरोध पर अभी तक राजद की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
जानकारी के अनुसार तेजस्वी यादव बाढ़ इलाकों में नाव से मुआयना करने जा रहे थे. इसी दौरान स्थानीय लोगों ने उन्हें काला झंडा दिखाकर विरोध किया. लोगों का कहना था कि तेजस्वी यादव यहां के विधायक हैं, लेकिन कोरोना काल में नजर नहीं आए. लोगों ने इस दौरान तेजस्वी के विरोध में नारे भी लगाए.
इधर, राघोपुर निकलने से पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार कोरोना कंट्रोल में पूरी तरह से फैल रही है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार पहले आम लोगों को टीका लगाए, इसके बाद मैं खुद वैक्सीन ले लूंगा.
कोरोना काल में लगा था लापता का पोस्टर– बता दें कि कोरोना काल में तेजस्वी यादव के लापता होने के पोस्टर भी राघोपुर में चस्पा हुआ था. तेजस्वी राघोपुर सीट से विधायक हैं. उस वक्त तेजस्वी दिल्ली में थे और वहीं से पार्टी नेताओं के साथ वर्चुअल मीटिंग कर रहे थे. पोस्टर चिपकाने वालों ने तेजस्वी को ढूंढकर लाने वालों के लिए ईनाम भी रखा था.
वहीं जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने शुक्रवार को कहा है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 204 दिन के बाद अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर पहुंचे. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे अपने क्षेत्र की जनता से कितने करीब हैं. विधानसभा चुनाव जीतने के बाद तेजस्वी यादव एक बार मात्र किसी की शादी में थोड़ी देर के लिए अपने क्षेत्र गए थे. उसके बाद से तेजस्वी यादव ने अपने क्षेत्र को मुड़कर भी नहीं देखा. वहां पहुंचकर खूब ड्रामा भी किये. ऐसा लगा जैसे यह बड़े रहनुमा बनकर आए हैं.
Posted By: Avinish Kumar Mishra