आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार में अब सियासी पारा गरमाने लगा है. सभी सियासी दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. जदयू इसबार भाजपा से अलग है और नीतीश कुमार की पहल पर विपक्षी दलाें का इंडिया गठबंधन एनडीए को चुनौती देने की तैयारी में है. सीमांचल की राजनीति में भी अब उबाल आने वाला है. मुस्लिम बाहुल्य इस क्षेत्र में कांग्रेस ने एकमात्र सीट पर विपक्ष की ओर से जीत हासिल की थी. इसी सीमांचल में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने धीरे-धीरे अपने पांव विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करके पसारी. अब कांग्रेस और AIMIM दोनों अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर चुकी है. राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान किशनगंज से सीमांचल का दौरा शुरू करेंगे. जबकि AIMIM को लेकर ओवैसी बड़ा फैसला लेने वाले हैं.
एनडीए ने लोकसभा चुनाव 2019 में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में 39 सीटों पर जीत हासिल की थी. इसमें 16 सीटें जदयू ने जीती थीं. जदयू पिछले चुनाव में भाजपा के साथ ही एनडीए में थी. विपक्षी खेमे को एकमात्र सीट पर जीत हासिल हुई थी और ये जीत उसे सीमांचल में ही मिली थी. मुस्लिम बाहुल्य इस क्षेत्र में विपक्ष के लिए काफी उम्मीदें इस बार रहेंगी. कांग्रेस ने बिहार में किशनगंज सीट पर कब्जा किया था. डॉ मोहम्मद जावेद ने किशनगंज में जदयू उम्मीदवार महमूद असरफ को हराया था. इसबार भी कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी 14 जनवरी से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू कर रहे हैं. मणिपुर से प्रारंभ होगी और असम, बंगाल होते हुए बिहार के सीमांचल किशनगंज में उनकी यात्रा प्रवेश करेगी. किशनगंज से शुरू होकर अररिया, पूर्णिया और कटिहार होते हुए यह यात्रा फिर वापस बंगाल चली जायेगी. बता दें कि किशनगंज में बिहार और बंगाल की सीमा लगती है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ अखिलेश प्रसाद सिंह इस यात्रा की तैयारी को लेकर सीमांचल पहुंच चुके हैं. राहुल गांधी की यात्रा के दौरान पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में ऐतिहासिक रैली भी होगी.
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इधर, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी सीमांचल में अपनी तैयारी शुरू कर दी है. बता दें कि किशनगंज समेत सीमांचल की अन्य सीटों पर ओवैसी की पार्टी की भी नजर है. किशनगंज सीट से पार्टी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान को पिछले चुनाव में उतारा था. ओवैसी के उम्मीदवार ने पिछले लोकसभा चुनाव में तीसरा स्थान हासिल किया था. इस चुनाव में ओवैसी की पार्टी AIMIM को हार जरूर मिली लेकिन उसके लिए इस परिणाम में बहुत कुछ था. करीब 3 लाख वोट AIMIM उम्मीदवार अख्तरुल ईमान को मिले थे. वहीं इस बार चुनाव में भी पार्टी ने उम्मीदवार उतारने का फैसला लिया है.
एआईएमआईएम का प्रखंड स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन पिछले दिनों किशनगंज में आयोजित किया गया. AIMIM पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह अमौर विधायक अख्तरुल ईमान सहित पार्टी के प्रदेश स्तर के कई नेताओं ने सम्मेलन में भाग लिया.कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि बिहार के कई जिलों में संगठन का कार्य पूर्ण कराया गया है. पार्टी की ओर से सूबे के विभिन्न लोकसभा क्षेत्रो में आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सर्वे किया जा रहा है, पार्टी सुप्रीमो सह सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बिहार आगमन पर बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा कि किशनगंज के अलावे पार्टी कितनी अन्य सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ेगी. किशनगंज लोकसभा चुनाव को एआईएमआईएम पूरी तरह तैयार है और आगामी 2024 का लोकसभा चुनाव एआईएमआईएम पूरी मजबूती के साथ किशनगंज से लड़ेगी.
सीमांचल पर ओवैसी की पार्टी मजबूत पकड़ बनाना चाहती है. प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि सीमांचल सहित पूरे बिहार के वंचित लोगो की लड़ाई AIMIM पार्टी लड़ रही है. सीमांचल के हक व हकूक की लड़ाई को पार्टी मजबूती के साथ आगे बढ़ा रही है. सीमांचल के लोगो ने पार्टी को काफी सहयोग किया और अपने कम समय मे पार्टी से छह लोगों ने विधानसभा का चुनाव भी जीता है.