बिहार में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के कमजोर पड़ने की चर्चा जोर-शोर से चल रही है. दरअसल, बिहार में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का विस्तार देने के प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से पांच जनवरी से मंदार हिल्स से यात्रा का आरंभ हो गयी. यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मंदार पहुंचे थे. कार्यक्रम के पहले दिन कांग्रेस के एक-दो को छोड़कर सभी विधायक, विधान परिषद सदस्य और पूर्व विधायक के साथ संगठन के पदाधिकारी मौजूद थे. अब स्थिति यह है कि सात दिनों की यात्रा में प्रदेश अध्यक्ष डा अखिलेश प्रसाद सिंह के साथ जिले के स्थानीय विधायकों को छोड़ दिया जाये तो कदमताल करनेवाले दूसरे माननीय नहीं दिख रहे हैं.
बिहार में कांग्रेस के हैं 19 विधायक
कांग्रेस के बिहार में 19 विधायक और चार विधान परिषद सदस्य के अलावा दर्जनों की संख्या में पूर्व विधायक व पूर्व विधान परिषद सदस्य हैं. भारत जोड़ो यात्रा पार्टी का राष्ट्रीय कार्यक्रम है जिसके माध्यम से आम जनता को जोडना है. इस भारत जोड़ो यात्रा के बिहार के संयोजक अवधेश कुमार सिंह दूसरे दिन से सीन से बाहर दिखने लगे हैं. इसी प्रकार कुछ विधायक एक दिन तो कुछ दो-तीन दिन तक यात्रा में प्रदेश अध्यक्ष डा अखिलेश प्रसाद सिंह के साथ कदम से कदम मिलाकर चले. यह यात्रा लंबी है और पार्टी के सभी विधायक व विधान परिषद सदस्य सिर्फ अपने जिले तक यात्रा में शामिल होकर अलग हो जा रहे हैं. कुछ माननीय की तबियत खराब होने से यात्रा करने में अक्षम हैं.
प्रदेश अध्यक्ष के साथ चल रहा जिले का सेवा दल
प्रदेश अध्यक्ष डा अखिलेश सिंह के साथ पार्टी के समर्पित पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ संबंधित जिले के सेवा दल सहित अन्य संगठनों के लोग यात्रा कर रहे हैं. पार्टी नेताओं का मानना है कि संगठन के साथ विधायकों व विधान परिषद सदस्यों की एकजुटता दिखनी चाहिए. पार्टी जनता के बीच उतरी है तो पार्टी की एकजुटता का संदेश भी जाना चाहिए.