Bihar News: रेलवे में घूसखोरी से जुड़े एक बड़े मामले का खुलासा सीबीआई ने किया है. गुवाहाटी के मालीगांव मे सीबीआई ने नॉर्थ फॉरंटियर रेलवे (एनएफआर) के डिप्टी चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर (कोचिंग) रंजीत कुमार बोरा को एक व्यक्ति से 15 लाख रुपये घूस लेते समय गिरफ्तार कर लिया. इस पूरे मामले में उनके अलावा दो ज्ञात और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की गयी है.
इसमे पटना की कंपनी मेसर्स सन साइन डिवाइस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक चेतन जैन और उनका एक कर्मचारी नीरज कुमार को भी आरोपी बनाया गया है. नीरज कुमार ही इंजीनियर को घूस दे रहा था. उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है. पूरे मामले की जांच करने के बाद इसके तार कई स्थानों से जुड़े मिले. इसके बाद पटना, नोएडा, गुवाहाटी, दिल्ली समेत नौ ठिकानों पर छापेमारी की गयी.
प्राप्त सूचना के अनुसार, पटना में संबंधित कंपनी के दो ठिकानों गांधी नगर स्थित कार्यालय और पश्चमी बोरिंग कैनाल रोड में कंपनी के निदेशक के आवास के अलावा उनके कर्मचारी नीरज कुमार के आवास फुलवारी के पास चांदपुर बेला और न्यू मार्केट में मौजूद उसकी दुकान में एक साथ छापेमारी की गयी. इस दौरान सीबीआई की टीम ने कई संवेदनशील दस्तावेज जब्त किये है
पटना की एक कंपनी को लाभ पहुंचाने का आरोप
पूरे मामले की जांच में यह बात सामने आयी कि डिप्टी चीफ इंजीनियर ने इस कंपनी से अब तक दो करोड़ 10 लाख रुपये रिशत के रूप मे लिये थे. इसके अलावा पटना में किसी दूसरे के नाम से यानी बेनामी संपत्ति के तौर पर कंपनी ने दो फ्लैट भी घूस के रूप मे इंजीनियर को दिये है.
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बरामद अहम दस्तावेजों के आधार पर घूसखोरी से जुड़े पूरे नेटवर्क में शामिल कई लोगों के नाम सामने आयेगे. सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि बोरा और नीरज कुमार को गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि कंपनी ने बोरा को उनके द्वारा किये गये एहसान के बदले में दो बेनामी संपत्तियां दी थी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha