पटना के 40 अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापेमारी, 20 में मिली गड़बड़ी, होगी कार्रवाई
सोमवार को पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम के तहत विशेष अभियान चलाकर 532 अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच हुई. अल्ट्रासाउंड सेंटर/क्लिनिक के औचक निरीक्षण के लिए अनुमंडलों में मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारियों व डॉक्टरों की 37 टीमों को लगाया गया
अल्ट्रासाउंड सेंटरों में चल रही अनियमिताओं और लिंग जांच की शिकायतों के बाद राज्य भर में चल रहे अभियान की कड़ी में सोमवार को पटना के कई बड़े अस्पतालों में भी छापेमारी हुई. बेली रोड स्थित एक निजी अस्पताल के अल्ट्रासाउंड सेंटर सहित 40 से अधिक अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर जिला प्रशासन की टीम ने छापेमारी की. सूत्रों के मुताबिक करीब 20 अल्ट्रासाउंड सेंटर गलत तरीके से संचालित हो रहे थे, जिन्हें तुरंत बंद करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही उनके संचालकों पर कानूनी कार्रवाई भी होगी.
डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर सोमवार को हुई इस छापेमारी में जांच दल में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिनकर मिश्रा, वरीय उप समाहर्ता अभिलाषा सिन्हा, पुलिस पदाधिकारी रूपेश कुमार शामिल रहे. डॉ दिनकर मिश्रा ने बताया कि यह छापेमारी गुप्त तरीके से की गयी है और जांच से जुड़े सारे दस्तावेज सीलबंद लिफाफे में डीएम को सौंपे गये हैं. जो भी अल्ट्रासाउंड सेंटर लिंग जांच जैसे गलत कार्यों में लिप्त पाये जायेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
जिले में 532 अल्ट्रासाउंड सेंटरों का हुआ निरीक्षण
जिले में सोमवार को पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम के तहत विशेष अभियान चलाकर 532 अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच हुई. अल्ट्रासाउंड सेंटर/क्लिनिक के औचक निरीक्षण के लिए अनुमंडलों में मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारियों व डॉक्टरों की 37 टीमों को लगाया गया है. डीएम को जांच टीम ने निरीक्षण रिपोर्ट सौंप दी है. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने जिले में अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच करने को लेकर निर्देश जारी किया था. जांच के दौरान पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम के अंतर्गत मानकों के अनुपालन का निरीक्षण किया गया. डीएम ने कहा कि 532 अल्ट्रासाउंड सेंटर/क्लिनिक की जांच की गयी.इनमें पटना सदर अनुमंडल में 400, पटना सिटी अनुमंडल में 37, दानापुर अनुमंडल में 58, पालीगंज अनुमंडल में आठ, मसौढ़ी अनुमंडल में 12 व बाढ़ अनुमंडल में 17 अल्ट्रासाउंड सेंटरों का निरीक्षण किया गया. इसके लिए पटना सदर अनुमंडल में 25, पटना सिटी व दानापुर अनुमंडल में चार-चार, मसौढ़ी अनुमंडल में दो और पालीगंज व बाढ़ अनुमंडल में एक-एक टीमों को लगाया गया था.
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कई तथ्यों पर हुई जांच
जिले में संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटरों की विभिन्न बिंदुओं पर जांच की गयी, उनमें पंजीकरण प्रमाणपत्र, निबंधन प्रमाणपत्र संख्या व वैधता अवधि, नोटिस बोर्ड प्रदर्शन, पीसी-पीएनडीटी एक्ट की किताब, प्रसव की सुविधा, अल्ट्रासाउंड मशीनों की संख्या, मेक, मॉडल व सीरियल नंबर, भ्रूण जांच की जा रही है या नहीं आदि शामिल हैं. इसके अलावा मशीन संचालक, योग्यताधारक डॉक्टर का नाम, पंजीयन संख्या, अल्ट्रासाउंड सेंटर/क्लिनिक में निबंधन अनुरूप डाॅक्टर काम कर रहे हैं या नहीं, फॉर्म एफ, ओपीडी रजिस्टर में गर्भवती महिलाओं की प्रविष्टि की जानकारी, मरीज़ों से ली जाने वाली शुल्क रसीद व किसी प्रकार का पोस्टर, वस्तु, कैलेंडर आदि, जो किसी विशेष लिंग की ओर इंगित कर रहा है.