वाल्मीकीनगर से गोरखपुर तक होगा रेल दोहरीकरण, खर्च होंगे 1120 करोंड़
वाल्मीकिनगर से लेकर गोरखपुर कैंट के बीच की रेल लाइन के दोहरीकरण पर करीब 1120 करोड़ खर्च किये जाएंगे. रेलवे की ओर से दोहरीकरण को लेकर करीब सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गयी है.
बेतिया. पूर्व मध्य रेलवे के नरकटियागंज-गोरखपुर रेलखंड में विकास की गति तेज हो, इसकी कवायद में रेल महकमा जुट गया है. प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के तहत सरकार रेल के क्षेत्र में विकास का खाका खींच रही है. अब वाल्मीकिनगर से गोरखपुर तक रेल दोहरीकरण कार्य पूरा होने की उम्मीद भी बंध गयी है.
होंगे 1120 करोड़ रुपये खर्च
वाल्मीकिनगर से लेकर गोरखपुर कैंट के बीच की रेल लाइन के दोहरीकरण पर करीब 1120 करोड़ खर्च किये जाएंगे. रेलवे की ओर से दोहरीकरण को लेकर करीब सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गयी है. इस बाबत हाजीपुर के मुख्य जन संपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने एक प्रेस रिलीज में यह जानकारी देते हुए बताया है कि पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत इस योजना का चयन किया गया है. विदित हो कि मुजफ्फरपुर से वाल्मीकिनगर के बीच रेल लाइन के दोहरीकरण का काम पहले से ही चल रहा है.
तेजी से हो रहा दोहरीकरण का कार्य
ऐसे में वाल्मीकिनगर व गोरखपुर कैंट के बीच की 95 किलोमीटर रेल लाइन का दोहरीकरण हो जाने पर यह पूरा रेलखंड डबल रेल लाईन में तब्दील हो जाएगा. रेल प्रशासन ने इसी परियोजना के साथ कटिहार व मुकुरिया तथा कटिहार व कुमेदपुर के बीच भी रेल लाइन के दोहरीकरण का निर्णय लिया है. दरअसल में रेल मंत्रालय ने 3000 मिलियन मिट्रिक टन माल ढुलाई का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके लिए रेल लाइन के दोहरीकरण का निर्णय लिया गया है.