भागलपुर: बेटिकट यात्रा पर अंकुश लगाने के लिए मेट्रो स्टेशन की तरह स्टेशनों के आधुनिकीकरण पर रेलवे अधिकारी ने मंतव्य दिया है. पूर्व रेलवे के मालदा मंडल द्वारा रेलवे प्रबंधन में रेलवे कर्मचारियों की भागीदारी को और बेहतर बनाने के लिए गुरुवार को मालदा डिवीजन में ‘प्रेम’ बैठक हुई.
बैठक की अध्यक्षता अपर रेल मंडल प्रबंधक सुजीत कुमार ने की. बैठक में सीनियर डीपीओ के मंतव्य पर विचार-विमर्श किया गया. इसमें रेलवे प्रशासन और कर्मचारियों के बीच रेलवे की नीतियों और रणनीति पर चर्चा हुई. इसमें यह कहा गया कि जो लक्ष्य रेलवे द्वारा दिये गये हैं, उन्हें समय पर पूरा किया जाये.
बैठक में वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी बीके राय ने कहा कि हम रेलगाड़ियों के माध्यम से दूरदराज के क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा प्रदान कर सकते हैं. अब इसे कैसे किया जायेगा, इसपर हमारी टीम को काम करना है.
इसके अलावा विभिन्न अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्रों के माध्यम से राजस्व कैसे उत्पन्न किया जा सकता है. इसपर वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियंता एसके तिवारी ने कहा कि मंडल में कई प्रकार के अपशिष्ट पदार्थ उत्पन्न होते हैं. अगर इसका सही तरीके से प्रबंधन हो तो इससे राजस्व के साथ-साथ साफ सफाई व्यवस्था भी बेहतर होगी. बैठक में इआरएमयू के अध्यक्ष रूपातन दास, इआरएमसी के अध्यक्ष रॉबिन दास और यूनियनों और संघों के सभी प्रतिनिधि उपस्थित थे.
बता दें कि मेट्रो में भी लोग बिना टिकट (टोकन) यात्रा नहीं कर पाते हैं. दरअसल, मेट्रो ट्रेन में एंट्री डोर होता है, जो बिना टोकन या कार्ड के नहीं खुलते. हालांकि इतनी सुविधाएं होने के बावजूद लोग बिना टोकन के मेट्रो में सफर का आनंद लेते हैं. जबकि पकड़े जाने पर ऐसे लोगों से भारी-भरकम जुर्माना भी वसूला जाता है.