दरभंगा. रेल मंडल में फिर से स्क्रैप कटिंग मामले ने पूर्णिया व गारा की याद ताजा कर दी है. माफियाओं ने मधुबनी जिले के पंडौल से लोहट चीनी मिल जाने वाले रेल मार्ग करीब 188 फुट तक में पटरी काट कर बेच दी है. हालांकि पटरी बरामद भी कर ली गयी है. मामले को लेकर 24 जनवरी को दरभंगा आउटपोस्ट में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. मामले की जांच सीआइबी से करायी जा रही है. इसकी जानकारी बोर्ड को भेज दी गयी है. सूत्र के मुताबिक उक्त रेलवे ट्रैक रेलवे की संपत्ति है या संबंधित चीनी मिल की, जिसका खुलासा जांच के बाद होगा. क्योंकि, पिछले दिनों ही बगल में चीनी मिल की जमीन खरीद हुई है. ग्रामीणों द्वारा ट्रैक काटने की सूचना पीडब्ल्यू सकरी पंकज सिंह राज को दी गयी.
प्रभारी निरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट दरभंगा द्वारा पंडौल रेलवे स्टेशन व लोहट चीनी मिल के मध्य फतेहपुर बेली गांव स्थित सरहद चौक से पूरब दिशा में चीनी मिल कर्मचारियों द्वारा पुरानी एमजी रेल लाइन को काटे जाने की सूचना दी गयी. उसके बाद पीडब्ल्यूआइ सकरी ने एएसआई आरपीएफ मधुबनी मुकेश कुमार सिंह को सूचना दी कि चीनी मिल कर्मियों द्वारा रेल लाइन काटी जा रही है. जब घटनास्थल पर माहौल बिगड़ने लगा, तो प्रभारी निरीक्षक आरपीएफ पोस्ट दरभंगा ने करीब दोपहर तीन बजे में प्रभारी उपनिरीक्षक आरपीएफ आउटपोस्ट झंझारपुर को मोबाइल पर निर्देश दिया कि घटनास्थल पर तुरंत पहुंच कर छानबीन करें. घटनास्थल पर जब आरपीएफ आउटपोस्ट प्रभारी झंझारपुर श्रीनिवास कुमार पहुंचे.
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इससे पहले रेल मंडल के पूर्णिया कोर्ट स्थित खड़े वाष्प इंजन को भी माफियाओं ने काटकर बेच डाला है. मामला ठंडे बस्ते में चला गया है. रेलवे पूरी तरीके से चुप्पी साध लिया है कि इंजीनियर सहित आठ लोगों पर बनमनखी पोस्ट पर प्राथमिकी जरूर हुई, इसमें इंजीनियर के अलावा हेल्पर सुशील यादव ट्रक ड्राइवर संगीत, मनीष, हाइड्रा के चालक बाबर सहित एक अज्ञात को आरोपित किया गया. दो खाली ट्रकों को आरपीएफ की बनमनखी टीम ने बरियारपुर से जब्त किया था.