मुजफ्फरपुर . शहर में रोजाना 400 से अधिक कोरोना संक्रमित मिल रहा है. उन्हें अस्पताल में बेड नहीं मिल रहा है. ऐसे में रेलवे का 20 कोच का कोविड कोच तैयार है. रेलवे को राज्य सरकार के आदेश का इंतजार है. एक कोच में करीब 18 मरीज रह सकते है.
दो डॉक्टरों की रहने की व्यवस्था की गयी है. इसके साथ ही कोच में शौचालय के साथ साथ पानी की व्यवस्था भी है. जंक्शन पर कोच के लगने से एक साथ 360 मरीजों को आइसोलेट किया सकता है. पिछले वर्ष मरीजों की सुविधा के लिए जंक्शन स्थित कोचिंग डिपो में सीडीओ राजीव रंजन के नेतृत्व में कोच को तैयार किया था.
कोच को तैयार करने में करीब 30 लाख रुपये लगे थे. रेलवे ने पहले इस कोच को तीन व चार नंबर प्लेटफॉर्म पर खड़ा किया था. इसके बाद स्थायी रूप से प्लेटफॉर्म पांच पर लगा दिया था. लेकिन पिछले वर्ष एक भी यात्री का इलाज कोविड कोच में नहीं हो सका था. हालांकि उपयोग नहीं होने पर रेलवे ने कोच को सोनपुर भेज दिया था.
इस संबंध में पूर्व मध्य रेल के अधिकारियों का कहना है कि कोच में ऑक्सीजन की सुविधा भी है. सरकार के आदेश आने के साथ ही कोच को जंक्शन लाया जायेगा,इसके बाद वह उपयोग में रहेगा.
नॉर्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से पीएम, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय व डीएम को ईमेल से पत्र भेजकर पताही में अस्थायी कोरोना अस्पताल को तत्काल शुरू करने की मांग की है. बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से पिछली बार अस्थायी हॉस्पिटल बनाने के लिए पताही एयरपोर्ट के खाली पड़े परिसर का चयन किया गया. जहां पीएम केयर फंड से 125 वेंटीलेटर युक्त बेड के साथ अस्थायी हॉस्पिटल का निर्माण किया गया.
अभी संक्रमण की गति अत्यधिक तेज है, संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों में बेड उपलब्ध नहीं हो रहा है, पताही के इस अस्थायी हॉस्पिटल की सेवा को समाप्त कर दिया जाना सरकार का सही निर्णय नहीं है. जनहित में तत्काल प्रभाव से पुनः चालू करने की कृपा की जाये. यह जानकारी चैंबर के महामंत्री सज्जन शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी.
Posted by Ashish Jha