गया-पीडीडीयू मंडल स्थित कैमूर के पुसौली स्टेशन के समीप सिग्नल मेंटनेंस का कार्य कर रहे दो रेलकर्मी की दर्दनाक मौत हो गयी. इस दौरान दोनों कर्मियों का शव पूरी तरह से रेलवे लाइन पर बिखर गया. डाउन लाइन से गुजर रही दुरंतो ट्रेन की चपेट में आने से दोनों रेलकर्मियों की मौत हो गयी. इधर, सूचना पर पहुंची जीआरपी पुलिस ने शव के टुकड़ों को एकत्रित कर पोस्टमार्टम के लिए भभुआ भेज दिया. मृतकों में घटाव गांव निवासी एसआइएम सुधांशु कुमार व इनके सहयोगी हरदेव प्रसाद शामिल है. दोनों पुसौली स्टेशन पर सिग्नल विभाग में कार्यरत थे.
सिग्नल मेंटनेंस का कर रहे थे कार्य
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दोनों रेलकर्मी डाउन लाइन में सिग्नल मेंटनेंस का कार्य कर रहे थे. इसी दौरान डीएफसीसी लाइन से मालगाड़ी गुजर रही थी और डाउन लाइन पर दुरंतो एक्सप्रेस तेज आवाज देते आ रही थी. लेकिन, मेंटनेंस कार्य में जुटे दोनों कर्मी नहीं समझ पाये की डाउन लाइन पर ट्रेन आ रही है और मुगलसराय के तरफ से आ रही दुरंतों एक्सप्रेस के चपेट में आ गये जिससे दोनों की दर्दनाक मौत हो गयी. शव कई टुकड़ों में ट्रैक पर बिखर गया. रेलवे लाइन खून से लथपथ हो गयी.
घटना की सूचना पर आसपास के लोग दौड़े-दौड़े घटनास्थल पर पहुंचे. दोनों रेल कर्मियों के शव की पहचान के बाद घटना की सूचना पुसौली स्टेशन और परिजनों को दी गयी. सूचना पर भभुआ रोड से जीआरपी और आरपीएफ पुलिस पुसौली स्टेशन पहुंचकर मामले का जांच की.
गांव में पसरा मातम
रेल कर्मी के मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा रहा. नम आंखों से दोनों रेलकर्मियों को लोगों ने अंतिम विदाई दी. इधर दुर्घटना के सूचना पर पहुंचे मुगलसराय से सिग्नल विभाग के वरीय अधिकारी मनोज कुमार मृतक के घर पहुंचे. जहां परिजनों को रेलवे से मिलने वाले अंतिम संस्कार के लिए मुआवजे की राशि दी गयी. दोनों शवों का बघेल विद्यालय के समीप दुर्गावती नदी के किनारे अधिकारी के उपस्थिति में दाह-संस्कार किया गया. जबकि बुधवार को भी मुगलसराय से अधिकारी पहुंच मृतक के परिजनों से मुलाकात कर मुआवजा देने के लिए आवश्यक कागजात तैयार करवाये और जल्द ही मुआवजा देने का आश्वासन दिया.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
पुसौली स्टेशन के समीप हुए रेल दुर्घटना में दो रेलकर्मी की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक सुधांशु की उम्र करीब 40 वर्ष थी, जिन्हें दो पुत्र और तीन लड़की है. 58 वर्षीय मृतक हरदेव प्रसाद के पांच पुत्र व दो पुत्री हैं. ऐसे में पिता के मौत के बाद बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है. घटना की सूचना पर बुधवार को सांत्वना के लिये काफी संख्या में लोग पहुंचे थे. मालूम हो की दोनों रेलवे के सिंग्नल विभाग में कार्यरत थे. जबकि दोनों का घर भी गांव में एक ही जगह है, जहां पूरे मुहल्ले के साथ गांव में मातम पसरा रहा.
क्या कहते है सीपीआरओ
इस संबंध में हाजीपुर जोन के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया की पुसौली स्टेशन के पास ट्रेन के चपेट में आने से एक साथ दो रेल कर्मी की मौत को विभाग द्वारा गंभीरता से लिया गया हैं. आखिर कैसे दुर्घटना हुई, सभी बिंदुओं पर जांच की जायेगी.