विश्वस्तरीय स्टेशन बनेगा राजेंद्र नगर टर्मिनल, मिलेगी एयरपोर्ट जैसी सुविधा

रेल संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष राधा मोहन सिंह ने कहा कि तीन से चार सालों में राजेंद्र नगर टर्मिनल विश्वस्तरीय स्टेशन बनेगा. उन्होंने कहा कि स्टेशन पर सारी आधुनिक सुविधाएं मिलेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 9, 2021 1:37 PM

पटना. रेल संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष राधा मोहन सिंह ने कहा कि तीन से चार सालों में राजेंद्र नगर टर्मिनल विश्वस्तरीय स्टेशन बनेगा. उन्होंने कहा कि स्टेशन पर सारी आधुनिक सुविधाएं मिलेगी. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में रेल का चतुर्दिक विकास हो रहा है. यात्री सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जा रहा है.

झाझा से मुगलसराय तक 130 किलोमीटर की गति से ट्रेनें चलने लगी हैं. ट्रैक अपग्रेड होने पर इस रूट में भी स्पीड बढ़ेगी. कोसी नदी पर रेल पुल बना कर ट्रेन चलाने का सपना साकार मोदी सरकार ने किया.

स्टेशनों पर महापुरुषों की प्रतिमा लगायी जा रही है. बुधवार को संसदीय स्थायी समिति के सदस्यों के साथ शाम चार बजे पहुंचने के बाद लगभग पौने घंटा तक पटना जंक्शन का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में राधा मोहन सिंह ने उक्त बातें कही.

उन्होंने पटना जंक्शन के पूरब साइड में प्लेटफॉर्म नंबर एक पर देश के सबसे बड़े वेटिंग हॉल को घूम कर देखा. उनके साथ समिति के सदस्यों में गोपाल जी ठाकुर,कौशलेंद्र कुमार, सुनील कुमार मंडल, जसकौर मीना, केशरी देवी पटेल, नरहरी अमीन, सुमेधानंद सरस्वती शामिल थे.

फूड प्लाजा में चाय की ली चुस्की

समिति के सदस्यों के साथ अध्यक्ष राधा मोहन सिंह प्लेटफाॅर्म के बाहर बने वेटिंग हॉल पहुंचे. वहां जानकी फूड प्लाजा में खान-पान की व्यवस्था देखी. साथ ही सदस्यों के साथ कुल्हड़ में चाय की चुस्की ली. उन्होंने अधिकारियों से पटना जंक्शन पर यात्री सुविधाओं के बारे में पूछा.

उन्होंने कहा कि समिति के सदस्य पूरे देश में रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं का जायजा ले रहे हैं. आठ दिन गुजरात में निरीक्षण करने के बाद आठ दिन यूपी व बिहार में स्टेशनों का निरीक्षण होगा. कुशीनगर,वैशाली होते हुए पटना पहुंचे हैं.

पटना जंक्शन पर दानापुर रेल मंडल के डीआरएम प्रभात कुमार, सीनियर डीसीएम आधार राज, पटना स्टेशन निदेशक डाॅ नीलेश कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने समिति के सदस्यों की अगवानी की. सदस्यों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया.

Posted by Ashish Jha

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