Rajgir Glass Bridge: “बिहार में का बा”? पूछने वाला सब ई देखा…बिहार में ईहो बा, जीतनराम मांझी ने ऐसा क्यों कहा?
Rajgir Glass Bridge: “बिहार में का बा” पूछने वाला सब ई देखा... बिहार में ईहो बा...अब मत पूछिहा कि बिहार में का बा...काहे कि एहिजा न्याय के साथ विकास बा...एहिजा सुशासन के सरकार बा...एहिजा सबके मान-सम्मान बा. इन पंक्तियों को ट्वीट किया है 'हम' प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने.
Rajgir Glass Bridge: “बिहार में का बा” पूछने वाला सब ई देखा… बिहार में ईहो बा…अब मत पूछिहा कि बिहार में का बा…काहे कि एहिजा न्याय के साथ विकास बा…एहिजा सुशासन के सरकार बा…एहिजा सबके मान-सम्मान बा. इन पंक्तियों को ट्वीट किया है ‘हम’ प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने. बिहार में नीतीश कुमार का राजगीर ग्लास ब्रिज मुआयना से जुड़ी हर Hindi News से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
इस ट्वीट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिख रहे हैं जो राजगीर ग्लास ब्रिज का मुआयना कर रहे हैं. बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर का दौरा किया था. यहां उऩ्होंने निर्माणाधीन नेचर और जू सफारी का निरीक्षण किया. इसी दौरान वो ग्लास ब्रिज पर पहुंचे. इस ग्लास ब्रिज की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल है.
“बिहार में का बा”
पूछने वाला सब ई देखा…
बिहार में ईहो बा…
अब मत पूछिहा कि बिहार में का बा…
काहे कि एहिजा न्याय के साथ विकास बा…
एहिजा सुशासन के सरकार बा…
एहिजा सबके मान-सम्मान बा… pic.twitter.com/W1reNmW9R3— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) December 20, 2020
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान “बिहार में का बा” को लेकर एनडीए और महागठबंधन में जुबानी जंग चल रहा था. किसी भी समस्या को सोशल मीडिया के द्वारा पूछा जाता था कि “बिहार में का बा”. इसके जवाब में एनडीए की ओर से ..बिहार में ई बा टैग से जवाब दिया जाता था.
अब चुनाव के बाद राजगीर की इन तस्वीरों को देखने के बीद हम प्रमुख खुद को रोक नहीं पाए. तो विपक्ष पर हमला करने के लिए उन्होंने चुनावी स्लोगन को थोड़ा और मोडिफाई किया और बताया कि देखिए बिहार में क्या क्या है. गौरतलब है कि जीतनराम मांझी कोरोना संक्रमित हैं. वो जनता से दूर हैं लेकिन सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं.
अपने ट्वीट के जरिए रविवार को राजद पर हमला बोला है. अपने ट्वीट में लिखा- विधायकों से पार्टी चलाने के लिए राजद के द्वारा जो पैसे मांगे जा रहें हैं वास्तव में वह बिहार के व्यपारियों,डाक्टरों,उद्योगपतियों,होटल कारोबारियों से माँगे जाने थें पर बिहार की जनता ने भय और जंगलराज के ख़िलाफ़ वोट देकर खुद को इन सब से बचा लिया. अब जो साथ है वह भुगत रहा है.
Posted by: Utpal kant