राजगीर मकर मेला का रंगारंग शुभारंभ कल, व्यंजन व कृषि स्टॉल के साथ दंगल व क्रिकेट मैच भी, जानें पूरा कार्यक्रम

पर्यटक शहर राजगीर में आयोजित आठ दिवसीय राजकीय मकर मेला की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी हो गयी है. मेला का उद्घाटन रविवार को ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार द्वारा किया जायेगा. इस मेला में कई तरह के स्टॉल और आयोजन होंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2024 8:14 PM
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राजगीर. मकर संक्रांति के मौके पर रविवार को राजकीय मकर मेला के रंगारंग अगाज की शानदार तैयारी की गयी है. अध्यात्म, पर्यटन और पंच पहाड़ियों के लिए मशहूर राजगीर के मकर मेला में आने वाले श्रद्धालुओं, तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों और ग्रामीणों के स्वागत-अभिनंदन के लिए सजधज कर तैयार है. मेला का उद्घाटन रविवार को ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार द्वारा किया जायेगा. उद्घाटन समारोह में सांसद कौशलेंद्र कुमार के अलावा जिले के सभी विधायकों और विधान पार्षदों को आमंत्रित किया गया है. मुख्य समारोह स्थल युवा छात्रावास ( मेला थाना) परिसर में हैंगर डोम भव्य पंडाल बनाया गया है. पंडाल के भीतर बनाए गए रंगमंच को चमचमाती लाइटों से सजाया और संवरा गया है. युवा छात्रावास के ईर्द-गिर्द दो रैंबो पंडाल भी बनाया गया है. उस स्थान पर प्रदर्शनियों के लिए 47 स्टालों का निर्माण कराया गया है.

आठ दिवसीय मेला का रंगारंग शुभारंभ रविवार को

मुख्य समारोह स्थल दूधिया और पीली रोशनी से जगमग कर रहा है आठ दिवसीय इस राजकीय मकर मेला में प्रत्येक शाम रंगारंग संस्कृति कार्यक्रमों में राष्ट्रीय कलाकारों सहित स्थानीय कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति की जोरदार तैयारी है. उनके द्वारा लगातार रिहर्सल भी की जा रही है. जिला प्रशासन द्वारा राजगीर के राजकीय मकर मेला को आकर्षक और प्रभावशाली बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया है.

वैदिक मंत्रोंच्चारण और शंखनाद के साथ मेला का शुभारंभ

डीएम शशांक शुभंकर, डीडीसी वैभव श्रीवास्तव एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा मेले की तैयारी का लगातार जायजा लिया जा रहा है. मेला अब अपने वास्तविक रूप में दिखने लगा है. ज्ञात हो कि एक साल से इस मेला का लोगों को इंतजार रहता है. वह इंतजार अब खत्म हो गया है. रविवार को मकर मेला का वैदिक मंत्रोंच्चारण और शंखनाद के साथ मेला का शुभारंभ किया जायेगा. मेला क्षेत्र को आकर्षक ढंग से सजाया और संवारा गया है. राजगीर के विभिन्न सड़कों पर दर्जनों तोरण द्वार लगाये गये हैं.

राजगीर मकर मेला का रंगारंग शुभारंभ कल, व्यंजन व कृषि स्टॉल के साथ दंगल व क्रिकेट मैच भी, जानें पूरा कार्यक्रम 2

दही खाओ प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए निबंधन जरूरी

मकर मेले के इतिहास में पहली बार दही खाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए प्रतिभागियों को निबंधन करना आवश्यक है. इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को तीन मिनट में सबसे अधिक दही खानी है. इस अवधि में सबसे अधिक दही खाने वाले को सर्वश्रेष्ठ विजेता घोषित किया जायेगा.

कृषि प्रदर्शनी में किसान उन्नत किस्म के उत्पाद लगायेंगे

मकर मेले की पहचानों में कृषि प्रदर्शनी भी एक है. इस अवसर पर किसानों के द्वारा अपने उन्नत उत्पादों की आकर्षक प्रदर्शनियां लगायी जाती है. आलू, फूलकोबी, पत्तागोभी, बैगन, कद्दू, कोहड़ा, गाजर, मूली, शलजम, चुकंदर आदि उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी जाती है. सर्वश्रेष्ठ उत्पाद के किसानों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाता है.

दुधारू पशु प्रदर्शनी

इस प्रदर्शनी में राजगीर सहित इलाके के के पशुपालक अपने दुधारू गाय- भैंस को आकर्षक ढंग से सजाकर लाते हैं. उन्नत नस्ल के गाय- भैंस, दूध का वजन, उनकी बनावट आदि का मूल्यांकन प्रदर्शनी के नोडल पदाधिकारियों द्वारा करने के बाद उन्हें नकद और प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया जाता है.

मेला क्षेत्र में सज गयी तरह-तरह की दुकानें

मेला क्षेत्र में तरह-तरह की दुकानें लगायी गयी है. उनमें खाने पीने से लेकर मनोरंजन, बर्तन, खिलौने, लोढ़ी- सिलौटी आदि की दुकानें हैं. मेला के ठेकेदार द्वारा जमीन की बंदोबस्ती की जा रही है. बंदोबस्ती डील होने के बाद ही कोई भी दुकानदार मेला क्षेत्र में दुकान लगा रहे हैं. मेला क्षेत्र में मीना बाजार, सौंदर्य प्रसाधन, की दुकानों के अलावे खिलौने, हरेक माल आदि की दुकानें लगायी जा रही है.

पतंग उत्सव में होगी कलाबाजी

हर साल की तरह इस साल भी मकर मेला के दौरान पतंग उत्सव का आयोजन किया गया है. पहले केवल पतंग उड़ाने का उत्सव मनाया जाता था. पतंग उड़ाने के सर्वश्रेष्ठ कलाबाजों को प्रशासन द्वारा पुरस्कृत किया जाता था. इस बार कलाबाजी दिखाने वालों के अलावे फैंसी और आकर्षक पतंग वालों की भी प्रतियोगिता होगी. जिनकी पतंगे आकर्षक और फैंसी होगी, उन्हें भी पुरस्कृत किया जायेगा.

मकर मेला कार्यक्रम एक नजर में

  • मकर मेले का उद्घाटन मेला थाना परिषद में 14 जनवरी को

  • कृषि मेला/विभागीय स्टॉल मेला थाना परिषद में 14 जनवरी को

  • पतंग उत्सव स्टेट गेस्टहाउस मैदान में 14 व 21 जनवरी को

  • महाआरती ब्रह्मकुंड 14 जनवरी को

  • संत समागम ब्रह्मकुंड 15 जनवरी को

  • दंगल धुनिबर के समीप 15-16 जनवरी को

  • फुटबॉल, क्रिकेट स्टेट गेस्ट हाउस मैदान में 15-18 जनवरी को

  • वॉलीबॉल स्टेट गेस्ट हाउस मैदान में 16 जनवरी को

  • कवि सम्मेलन मेला थाना परिसर में 16 जनवरी को

  • कबड्डी स्टेट गेस्टहाउस मैदान में 17 जनवरी को

  • क्विज, बाल कवि सम्मेलन, वाद-विवाद मेला थाना परिसर में 17 जनवरी को

  • एथेलेटिक्स स्टेट गेस्ट हाउस परिसर में 18 जनवरी को

  • टमटम, पालकी सजावट मेला थाना परिसर में 19 जनवरी को

  • दुधारू पशु प्रदर्शनी, कृषि उत्पाद प्रदर्शनी मेला थाना परिसर में 20 जनवरी को

  • मकर मेला समापन मेला थाना परिसर में 21 जनवरी को

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उद्घाटन समारोह में ये होंगे शामिल

अनुमंडल पदाधिकारी कुमार ओमकेश्वर और एनडीसी केके उपाध्याय ने बताया कि मेला की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी हो गयी है. उद्घाटन समारोह में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद, विधायक के अलावा डीएम शशांक शुभंकर, एसपी अशोक मिश्रा, डीडीसी वैभव श्रीवास्तव एवं अन्य पदाधिकारी शामिल होंगे. मेला को ऐतिहासिक और यादगार बनाने की हर संभव कोशिश की गयी है.

कार्यक्रम स्थलों की विशेष सफाई कराई गई

मेला क्षेत्र और मेला दौरान होने वाले तरह तरह के कार्यक्रम स्थलों की विशेष साफ सफाई करायी गयी है. अबाधित बिजली और पानी आपूर्ति के लिए संबंधित विभाग को निदेश दिया गया है. मेला क्षेत्र में 15 दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल को अलग-अलग जगह पर तैनात किया गया है. मेला क्षेत्र में प्रशासन द्वारा सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया गया है.

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मुख्य समारोह स्थल पर नियंत्रण कक्ष

मुख्य समारोह स्थल पर नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की सूचना नियंत्रण कक्ष में देने के बाद प्रशासन द्वारा त्वरित एक्शन लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गयी है. पार्किंग स्थल पर भी दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल को तैनात किया गया है

झरनों- कुंडों में होती है सबसे अधिक भीड़

मकर मेला के दौरान गर्मजल के झरनों- कुंडों में स्नान करने वालों की संख्या सर्वाधिक होती है. इसलिए भीड़ प्रबंधन और नियंत्रण की व्यवस्था प्रशासन द्वारा अलग से किया गया है. यहां भी दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल के अनेकों जवानों को तैनात किया गया है.

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