बिहार राज्य हाउसिंग बोर्ड की राजीव नगर में अर्जित भूमि से रविवार को सार्वजनिक उपयोग के लिए पटना जिला प्रशासन की ओर से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाकर करीब जिला प्रशासन ने करीब 40 एकड़ भूमि अपने कब्जे में ले लिया और करीब 95 मकानों को तोड़ दिया. पटना जिला प्रशासन की ओर से पांच ऐसे मकान जिसमें लोग रह रहे थे उन्हें खाली करने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है. पटना जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा.
पटना जिला प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि राजीव नगर में 40 एकड़ जमीन को अपने कब्जे में ले लिया तथा लगभग 95 संरचनाओं को तोड़ दिया गया है. तोड़ी गई संरचनाओं में अधिकांश चहारदीवारी एवं निर्माणाधीन मकान थे. 75 संरचनाओं को पूरी तरह से एवं 20 संरचनाओं को आंशिक रूप से तोड़ा गया. जिला प्रशासन की ओर से कहा गया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शांतिपूर्ण रही. कोई भी अप्रिय घटना नहीं घटी.
जिला प्रशासन की ओर से कहा गया कि उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग किया गया और पांच राउंड आंसू गैस का प्रयोग किया गया. अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण हटाने के दौरान किए गए पथराव के क्रम में नगर पुलिस अधीक्षक, (मध्य) एक महिला पुलिसकर्मी एवं एक अन्य पुरुष पुलिसकर्मी को हल्की चोटें आई हैं. जिनका प्राथमिक उपचार चल रहा है. जिला प्रशासन ने दावा किया कि संपूर्ण कार्रवाई के दौरान किसी की भी मौत नहीं हुई है. मौत के बारे में जो अफवाह फैलाई जा रही है जिला प्रशासन उसका खंडन करता है.
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि दीघा कृषि भूमि आवास बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्रीनाथ सिंह एवं सचिव सहित 25 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. जिसमें एक महिला भी शामिल है. पुलिस द्वारा पांच वाहनों को भी जप्त कर लिया गया है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि हंगामा करने के लिए बाहर से भी लोगों को बुलाया गया था. गिरफ्तार लोगों के कॉल डिटेल्स एवं व्हाट्सएप चैट के आधार पर भू माफियाओं की भी संलिप्तता भी सामने आयी है. जिला प्रशासन की ओर से कॉल डिटेल्स, व्हाट्सएप चैट एवं वीडियो फुटेज के आधार पर हंगामा करने वालों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की प्रक्रिया शुरु की जायेगी. डीएम डॉ. सिंह एवं एसएसपी श्री ढिल्लो ने कहा है कि उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाएगा और अतिक्रमण के विरूद्ध ऑपरेशन अभी जारी रहेगा.