राजीव नगर में जोर जबरदस्ती हुई तो सबसे आगे मैं खड़ा रहूंगा, पढ़िए कहां हैं वे नेता जी….

Rajiv Nagar news राजीव नगर का यह विवाद 1024 एकड़ जमीन का है. इस विवादित जमीन पर 1974 में आवास बोर्ड ने आवासीय परिसर बनाने का फैसला लिया. बोर्ड ने यहां की जमीन को अधिग्रहित किया लेकिन उसने मुआवजा नहीं दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2022 5:25 PM

संजीव चौरसिया ने कुछ दिन पहले ही राजीव नगर के लोगों को आश्वासन दिया था कि सरकार की यहां जबरदस्ती नहीं चलेगी, अगर यहां किसी तरह की जोर जबरदस्ती होगी, तो सबसे आगे मैं खड़ा रहूंगा. आपको भरोसा दिलाता हूं कि यहां एक भी घर को टूटने नहीं देंगे. लेकिन, रविवार की सुबह में जब राजीव नगर में पटना जिला प्रशासन का बुलडोजर चल रहा था तब उन्होंने वीडियो संदेश जारी कर पटना जिला प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए. कहा जा रहा है कि वे पटना से बाहर थे, इसी कारण से वो राजीव नगर नहीं गए. इधर, जाप प्रमुख पप्पू यादव राजीव नगर में पीड़ित परिवार के साथ खड़े दिखे.

दरअसल, राजीव नगर का यह विवाद 1024 एकड़ जमीन का है. इस विवादित जमीन पर 1974 में आवास बोर्ड ने आवासीय परिसर बनाने का फैसला लिया. बोर्ड ने यहां की जमीन को अधिग्रहित किया लेकिन उसने मुआवजा नहीं दिया. इस कारण यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुँच गया. सुप्रीम कोर्ट ने आवास बोर्ड को भेदभाव को दूर कर मुआवजा देने का निर्देश दिया. परंतु इस पर आवास बोर्ड की तरफ से आजतक अमल नहीं किया गया. जिसके कारण विवाद बढ़ता गया. जमीन दलाल और पुलिस की मिली भगत से यहां अतिक्रमण बढ़ता गया. जब आबादी बढ़ी तो चुनाव के समय यह क्षेत्र वोट बैंक में बदल गया. राजनेता भी इस विवादित जमीन पर अपनी रोटी सेकनी शुरू कर दी. किसी ने भी पूरे मामले का स्थायी हल निकालने का कोई प्रयास नहीं किया.

इसकी एक बानगी कुछ दिन पहले तब देखने को मिली जब स्थानीय विधायक ने यहां आकर लोगों को आश्वासन दिया कि वरीय पदाधिकारी, विभागीय मंत्री से बात कर पूरे मामले का हल निकलवाने का प्रयास करुंगा. सरकार की जबरदस्ती नहीं चलेगी, अगर यहां किसी तरह की जोर जबरदस्ती होगी, तो सबसे आगे मैं खड़ा रहूंगा. लेकिन, रविवार की सुबह जब राजीव नगर में बुलडोजर चलना शुरु हुआ तो विधायक जी कहीं नजर नहीं आए. हां उन्होंने वीडियो संदेश जारी कर जरुर पटना जिला प्रशासन पर हमला बोला. इधर, जाप प्रमुख पीड़ित परिवार के साथ खड़े दिखे. पटना के डीएम से भी उन्होंने बात की और फिर स्थानीय लोगों को पूरी वस्तु स्थिति भी बता दी.

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