पटना. दरभंगा प्रमंडल के मधुबनी जिले अंतर्गत राजनगर को बिहार की सांस्कृतिक विरासत घोषित करने और पर्यटन स्थली के रूप में विकसित करने की योजना है. इसको लेकर पर्यटन विभाग ने काम शुरू कर दिया है. रविवार को पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह ने विभागीय टीम के साथ राजनगर का निरीक्षण किया और इस संबंध में दरभंगा राजघराने के सदस्य बाबू कपिलेश्वर सिंह और जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की.
राजनगर बिहार की सांस्कृतिक विरासत
बैठक में विभागीय सचिव अभय कुमार सिंह ने कहा कि राजनगर को हम राज्य के सांस्कृतिक और विरासत पर्यटन स्थल बनाने को लेकर किस प्रकार कार्य शुरू करें, इसे लेकर पर्यटन विभाग ने यह पहल शुरू की है. उन्होंने बताया कि राजनगर को बिहार की विरासत और गर्व के प्रतीक के तौर पर पूरे देश में प्रोजेक्ट किया जा सकता है. यहां ज्यादा से ज्यादा टूरिस्ट कैसे आएं और बेसिक सुविधाओं का यहां पर किस तरह विकास हो, इसको लेकर पर्यटन विभाग राजघराने के साथ एक समन्वय स्थापित कर इस दिशा में आगे बढ़ना चाहता है.
पैलेस की होगी मरम्मत और सफाई
अभय कुमार सिंह ने कहा कि राजनगर में बहुत कुछ किया जा सकता है. यहां बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जा सकता है, पूरे राजनगर पैलेस की बाहरी हिस्से की मरम्मत और सफाई के उपरांत उसकी फसाड लाइटिंग की जा सकती है. यहां पर रेस्टोरेंट/कैफिटेरिया, साउंड एंड लाइट शो जैसे आकर्षण के साथ अन्य पर्यटकीय सुविधाओं का विकास किया जा सकता है. दरभंगा राजघराने के सदस्य बाबू कपिलेश्वर सिंह ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि इसे पर्यटन विभाग विकसित करे, हम विभाग की पहल को लेकर उत्साहित हैं. राजघराने के साथ विभागीय समन्वय के उपरांत वास्तुविद राजनगर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का काम शुरू करेंगे.
जितवारपुर बनेगा मॉडल विलेज
इसके उपरांत पर्यटन सचिव मिथिला चित्रकारों के गांव जितवारपुर पहुंचे और कलाकारों के साथ स्थानीय लोगों से बात की. इसके बाद गांव का भ्रमण किया. सचिव ने बताया कि पर्यटन विभाग जितवारपुर को मॉडल मिथिला विलेज बनाने की कार्ययोजना पर काम कर रहा है. इसके तहत उन्होंने गांव के 3 पद्म अवार्डी के घरों का ब्यूटीफिकेशन के साथ गांव में जितने घर हैं, सभी पर एक वॉल पेंटिंग अनिवार्य रूप से कराने, जितवारपुर मिथिला चित्रकला भवन का जीर्णोद्धार, भवन की विशेष पेंटिंग, बाउंड्री, सेल काउंटर/आर्ट गैलरी/इम्पोरियम और गांव के ब्यूटीफिकेशन की योजना पर काम शुरू कर इसकी विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्शदे जिला प्रशासन के अधिकारियों को दिये.
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मिथिला चित्रकला संस्थान को जोड़ने के निर्देश
उन्होंने इस के लिए गांव में 18 कट्ठे की जमीन का प्रयोग करने हेतु योजना भी बनाने के निदेश दिए गए. गांव के सभी कलाकारों के ग्रुप्स से मिथिला चित्रकला संस्थान को जोड़ने के निर्देश दिए. मौके पर बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक नंदकिशोर, महाप्रबंधक सह वरीय परियोजना पदाधिकारी पर्यटन विभाग अभिजीत कुमार के साथ मधुबनी जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के सभी वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे.