बिहार के सासाराम में आयोजित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय (GNSU) के दीक्षांत समारोह में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हुए. उन्होंने कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में स्टार्टअप की संख्या तेजी से बढ़ रहा है. 2014 में देश की अर्थव्यवस्था 10वें पायदान पर थी. आज देश-दुनिया में पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत खड़ा है. हम 2027 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तरफ बढ़ रहे हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों का अहम योगदान होता है. इस योग्यता तक पहुंचाने में जो शिक्षकों का योगदान रहा है, उसे कभी मत भूलियेगा. शिक्षा देने वाले गुरुजन व शिक्षा प्राप्त करने में अहम भूमिका निभाने वाले माता-पिता को कभी नहीं भूलना चाहिए और आजीवन उनका चरण वंदन करना चाहिए. अगर आप शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं तो शिक्षकों के सिर्फ गुण को ही देखें, उनके अवगुण नहीं.
साथ ही साथ रक्षा मंत्री ने कहा कि यह शिक्षांत समारोह नहीं है, दीक्षांत है. क्योंकि शिक्षा ता जिंदगी चलती है. ज्ञान के साथ-साथ संस्कार बहुत ही महत्वपूर्ण है. संस्कार युक्त ज्ञान ही समाज एवं देश की दशा एवं दिशा को ऊर्जान्वित कर सकता है. उन्होंने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए अपील किया कि उनके द्वारा अर्जित ज्ञान से भविष्य में समाज व देश का हित हो ऐसी कीर्ति करें. उन्होंने छात्रों का आह्वान किया की जिस मनोभाव से अपने ज्ञान का अर्जन किया है उसी मनोभाव से आप देश एवं समाज की सेवा जरूर करें क्योंकि समाज का ऋण हम सभी पर है.
कार्यक्रम में बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार के लोग देश के सबसे पड़े परीक्षा यूपीएससी में भी टॉप करते हैं तथा पढ़ाई में अव्वल स्थान प्राप्त करते हैं. हरदम से देखा गया है कि बिहार और उत्तर प्रदेश पर पंडित चाणक्य का हाथ सदैव रहा है. तीन गुने भारत पर मगध का राज रहा है, यहां के लोग हर जगह मिलेंगे. हमें अनुमंडल स्तर पर भी चिकित्सा महाविद्यालय की सोच रखनी चाहिए. यह विश्वविद्यालय बिहार के बच्चों को अलग आयाम दे रहा है. हर साल बिहार से तकरीबन 15 लाख बच्चों में से सिर्फ 6 लाख बच्चे ही बिहार में रहते हैं, बाकी सब पढ़ाई के लिए बाहर चले जाते हैं. जो अब नहीं हो रहा है.
रक्षा मंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने के कारण कैंपस में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. कैंपस गेट से ही लोगों की चेकिंग की जा रही थी. पास देख कर उन्हें प्रवेश दिया जा रहा था. करीब तीन लेयर में लोगों की जांच की जा रही थी. साथ ही साथ कार्यक्रम के दौरान भी लोगों पर नजर रखी जा रही थी. मौके पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे.