उदयातिथि पूर्णिमा में आज मनेगा रक्षाबंधन, भाई की कलाई पर बहन बांधेंगी स्नेह की राखी

भाई-बहन के रिश्तों की अटूट डोर का प्रतीक रक्षाबंधन सावन शुक्ल उदयातिथि पूर्णिमा में आज शतभिषा नक्षत्र एवं सुकर्मा योग में मनाया जायेगा. गुरुवार को पूर्णिमा सुबह 7:52 बजे तक है. बीते रात तक भद्रा होने के कारण रक्षाबंधन का पुनीत पर्व आज उदयातिथि और प्रातःकाल पूर्णिमा में पूरे दिन मनाया जायेगा.

By Ashish Jha | August 31, 2023 5:00 AM

पटना. भाई-बहन के रिश्तों की अटूट डोर का प्रतीक रक्षाबंधन गुरुवार को धूमधाम से बनाया जायेगा. सावन शुक्ल उदयातिथि पूर्णिमा में आज रक्षाबंधन शतभिषा नक्षत्र एवं सुकर्मा योग में मनाया जायेगा. सावन मास की पूर्णिमा तिथि बीते बुधवार की सुबह 10:19 बजे से ही शुरू हो गयी है. लेकिन कल बुधवार को पूर्णिमा के साथ भद्रा भी उसी समय से शुरू हो गया था, जो बुधवार की रात 8:57 बजे खत्म हुआ और गुरुवार को पूर्णिमा सुबह 7:52 बजे तक है. बीते रात तक भद्रा होने के कारण रक्षाबंधन का पुनीत पर्व आज उदयातिथि और प्रातःकाल पूर्णिमा में पूरे दिन मनाया जायेगा.

उदयातिथि पूर्णिमा के रक्षाबंधन आज

आचार्य राकेश झा ने कहा कि सावन मास के व्रत की पूर्णिमा कल बुधवार को मनायी गयी. वही उदयातिथि पूर्णिमा में स्नान-दान की पूर्णिमा, रक्षाबंधन, श्रावणी उपाकर्म, संस्कृत दिवस एवं याज्ञवल्क्य जयंती आज गुरुवार को मनेगी. इसीलिए उदयातिथि पूर्णिमा में गुरुवार को बहन अपने भाई को सुकर्मा योग में पूरे दिन राखी बांधकर उनकी सलामती की प्रार्थना करेंगी.

देवताओं को समर्पित कर बांधे राखी

ज्योतिषी गजाधर झा ने बताया कि कोई भी शुभ कार्य करने से पहले देवताओं का आर्शीर्वाद लेना चाहिए. इससे उसकी शुभता और महत्ता बढ़ जाती है. रक्षाबंधन के दिन भाई को बांधने वाली राखी को इष्टदेव, कुलदेवता एवं भगवान गणेश, महादेव, हनुमान एवं प्रभु श्रीकृष्ण को समर्पित करके ही बांधे. वही पर्यांवरण संरक्षण को लेकर प्रकृति प्रेमी पेड़-पौधों को भी राखी बांधकर उसकी रक्षा एवं संरक्षण का संकल्प लेंगे. आज आम, पीपल, तुलसी, बरगद व अन्य छायादार एवं फलदार वृक्षों में राखी बांधेंगे .

राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

31 को पूर्णिमा तिथि: प्रातः 7:52 बजे तक

उदयातिथि मान से: पुरे दिन

शुभ योग मुहूर्त: प्रातः 5:30 बजे से 7:5 बजे तक

चर-लाभ-अमृत मुहूर्त: सुबह 10:15 बजे से दोपहर 2:59 बजे तक

राशि के अनुसार बांधे राखी:

  • मेष: लाल, केसरिया या पीला रंग की राखी

  • वृष: नीले रंग या चांदी की राखी

  • मिथुन: हरे रंग की राखी

  • कर्क: सफेद धागे या मोती से निर्मित राखी

  • सिंह: गुलाबी, लाल या केसरिया रंग की राखी

  • कन्या: सफेद या हरे रंग की राखी

  • तुला: फिरोजी या जामुनी रंग की राखी

  • वृश्चिक: लाल रंग की राखी

  • धनु: पीले रंग की राखी

  • मकर: गहरे लाल रंग की राखी

  • कुंभ: रुद्राक्ष से निर्मित राखी

  • मीन: पीला या सफेद रंग की राखी

  • रक्षा सूत्र बांधने का मंत्र:

येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः तेन त्वां प्रतिबध्नामि,रक्षेमाचल माचल

मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन पर दी बिहार व देशवासियों को बधाई

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रक्षा बंधन के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दीं हैं. उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन भाई-बहन के बीच प्यार एवं स्नेह का त्योहार है. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और बदले में भाई जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं. राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के लिये प्रतिबद्ध है. आज के दिन हम सभी को महिलाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण का संकल्प लेना चाहिये.

रक्षाबंधन व बलराम की जयंती पर होगा कीर्तन व कथा का आयोजन

गुरुवार को रक्षाबंधन के त्योहार के साथ-साथ भगवान कृष्ण के बड़े भाई दाऊ भैया यानी बलराम जी की जयंती का आयोजन धूमधाम से किया जायेगा. इस दौरान मीठापुर स्थित श्री गौड़ीय मठ मंदिर परिसर में बलराम जी के जन्मोत्सव और रक्षाबंधन के साथ-साथ झूलन यात्रा का समापन होगा. वहीं मंदिर के प्रवक्ता विश्वजीत कुमार ने बताया कि 31 अगस्त को सुबह 10 से 11 बजे तक बलराम जी का गुण महिमा कीर्तन होगा.

जन्म लीला की कथा सुनायी जायेगी

सुबह 11 बजे से भगवान बलराम जी का स्वरूप लीला रहस्य और जन्म लीला की कथा सुनायी जायेगी. श्री भगवान का दिव्य आह्वान, महाभिषेक, नये नये वस्त्र आभूषणों से शृंगार, 56 प्रकार का भोग लगाने के बाद दोपहर 1 बजे महाआरती, चरणामृत व व्रत फलाहार प्रसाद वितरण इत्यादि कार्यक्रम होगा. वहीं शाम में श्रीकृष्ण के भक्त गण के द्वारा रक्षाबंधन के लिए राखी के साथ पुष्प, मिठाई इत्यादि का उपहार भी समर्पित किया जायेगा. झूलन यात्रा के बाद महाप्रसाद का वितरण किया जायेगा.

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