मिथिला से अयोध्या के लिए बनने वाले राम-जानकी पथ में सीवान जिले के दो स्टेट हाइवे को शामिल किया गया है. एसएच-47 गोपालगंज मोड़ से लेकर मेहरौना तक और एसएच-73 वैशाखी से लेकर बाइसकट्ठा गांव तक 72 किलोमीटर का सड़क क्षेत्र जिले की परिधि में आयेगा. इस पथ का निर्माण नेशनल हाइवे प्राधिकरण द्वारा कराया जाना है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य तेजी से चल रहा है.
साल भर पूर्व इस मार्ग के लिए जरूरत भर जमीन का सीमांकन कार्य पूरा हुआ था उसके बाद लॉकडाउन लगने के कारण कार्य ठप रहा और अब पुन: इस कार्य को पूरा करने के लिए प्रशासनिक तंत्र सक्रिय हो गया है. एसएच-73 जो वैशाखी से बाइसकट्ठा गांव तक करीब 39 किलोमीटर जिले की सीमा में आता है सड़क के दोनों ओर पांच प्रखंडों के 42 राजस्व गांवों की जमीन अधिग्रहित की जानी है.
इन जमीनों का सीमांकन भी हो गया है. यहां तक कि खसरा-खतियान की भी जांच-पड़ताल पूरी कर ली गयी है. भू-स्वामियों को मौखिक सूचना भी मिल गयी है. कागजी औपचारिकता पूरी करनी है जो इस माह के अंत तक पूरी कर ली जायेगी.
जिलाधिकारी अमित कुमार पांडे की अध्यक्षता में छह सदस्यीय जांच दल जिसमें जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, जिला निबंधन पदाधिकारी, नेशनल हाइवे प्रोजेक्ट के पदाधिकारी शामिल थे, इस जांच दल ने भूमि के किस्म का मुआयना किया और आगे की कार्रवाई के लिए डीएम ने संबंधित जांच दल के पदाधिकारियों को निर्देशित किया. बता दें कि
अयोध्या से देवरिया जिले की सीमा तक राम-जानकी पथ का निर्माण कार्य जारी है. वहां से सीवान जिले के मेहरौना सीमा से लेकर बाइस कट्ठा गांव तक राम-जानकी पथ होगा. उसके बाद सारण जिले के मशरक से गंडक नदी पर सत्तर घाट पुल होते हुए यह पथ मोतिहारी जिले के मेहसी में पहुंचेगी.
मेहसी से यह शिवहर जिला के कई प्रखंडों से होते हुए सीतामढ़ी में प्रवेश करेगी और जनकपुर से पूर्व ही समाप्त हो जायेगी क्योंकि वहां से अंतरराष्ट्रीय सीमा प्रारंभ होता है. नेपाल में पड़ने वाले सड़क का निर्माण नेपाल सरकार करायेगी. अयोध्या से सीतामढ़ी तक फोर लेन का निर्माण नेशनल हाइवे प्राधिकरण करा रहा है. इस पथ के बन जाने से अयोध्या से जनकपुर की दूरी छह घंटे की हो जायेगी. इससे करीब 18 जिलों को पर्यटन से सीधे जुड़ने का अवसर मिल जायेगा
Posted By: Utpal kant