पाटलिपुत्र के BJP प्रत्याशी रामकृपाल यादव के साले का निधन, चुनाव प्रचार के दौरान गर्मी से बिगड़ी थी तबीयत
बिहार के पाटलीपुत्र सीट से भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव के साले की मौत गर्मी की वजह से हो गयी.
पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव के साले सुनील यादव का निधन हो गया. सुनील यादव की उम्र लगभग 40 वर्ष थी. सुनील यादव भाजपा प्रत्याशी राम कृपाल यादव के लिए प्रचार-प्रसार में जुटे थे. गुरुवार को मसौढ़ी में तपती गर्मी में राम कृपाल यादव के चुनाव प्रचार के दौरान अचानक उनकी तबीयत खराब हो गयी. आनन-फानन में वहां मौजूद लोगों ने नजदीकी अस्पताल में सुनील यादव को भर्ती कराया जहां उनकी मौत हो गयी. सुनील यादव का दाह संस्कार शुक्रवार को मसौढ़ी में ही कर दिया गया जहां परिवार के साथ राम कृपाल यादव भी मौजूद थे.
लू से 10 चुनाव कर्मी एवं चार अन्य लोगों की हुई मौत
आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि बिहार में दिन के तापमान में अधिक वृद्धि वृद्धि होने के कारण पूरे राज्य में भीषण गर्मी व लू की स्थिति बन रही है. अब तक प्राप्त सूचना के मुताबिक 30 मई की शाम तक लू से कुल 14 लोगों की मौत हो गयी है. जिसमें 10 चुनाव कर्मी एवं चार अन्य व्यक्ति शामिल है. विभाग ने कहा कि मृतकों में भोजपुर में पांच, रोहतास में तीन, कैमूर में एक और औरंगाबाद में एक चुनाव कर्मी की मौत हुई है. साथ विभिन्न जिलों में चार अन्य लोगों की मौत लू के कारण हुई है. नियमानुसार मृतकों के परिजनों को अनुग्रह अनुदान की राशि देने की पूरी कार्रवाई चल रही है, जो अभी प्रक्रियाधीन है.
मतदान के दौरान लू से निपटने की तैयारी
प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने पटना प्रमंडल अंतर्गत सभी डीएम को मतदान के दौरान लू से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने को कहा है. उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों पर मतदाताओं, मतदान दलों, सुरक्षाकर्मियों, मतदान एजेंटों के लिए पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए. खीरा, ककड़ी, तरबूज, बेल का शरबत, सत्तू जैसे ताजे फल/खाद्य पदार्थ की आसानी से उपलब्धता के लिए विक्रेताओं को अपना कारोबार जारी रखने को कहा जा सकता है.अस्पतालों में एम्बुलेंस सेवाएं व आपातकालीन सेवाएं अलर्ट पर रहें. मतदाताओं को उचित सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए चुनाव ड्यूटी पर तैनात सभी एआरओ और अधिकारी सतर्क रहें.आयुक्त ने कहा कि अत्यधिक गर्मी या लू के कारण किसी भी मतदाता या मतदान कर्मी को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.