प्रेग्नेंट महिलायें राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन देना चाहती हैं बच्चे को जन्म, डिलीवरी की बढ़ी डिमांड

रामलला घर आएंगे…! 22 जनवरी को श्रीराम प्राण-प्रतिष्ठा का दिन काफी शुभ माना जा रहा है. इसलिए हर किसी की इच्छा है कि उनके घर आने वाला मेहमान भी इस शुभ घड़ी में ही दुनिया में आएं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2024 3:37 PM
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आनंद तिवारी, पटना

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है. इस दिन मां बनने की सुख यानी बच्चे को जन्म देने की होड़ पटना जिले की महिलाओं में है. इस इच्छा को पूरा करने के लिए वे डॉक्टरों से बार-बार आग्रह कर रही हैं. गर्भवतियों की इस चाह को पूरा करने के लिए उनके पति और परिवार के बड़े-बुजुर्ग भी साथ दे रहे हैं. आग्रह करने वाली इन सभी महिलाओं की सिजेरियन से डिलिवरी होनी है. इनको डॉक्टरों ने पहले ही तारीख 22 जनवरी से चार दिन पहले तो किसी को चार से पांच दिन बाद की तारीख डिलिवरी के लिए मिली है. तारीख मिलने के बाद महिलाएं प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन के लिए डिलिवरी कराने के लिए आग्रह कर रही हैं.

पीएमसीएच, एनएमसीएच में 12 गर्भवती कर चुकी हैं संपर्क

22 जनवरी को श्रीराम प्राण-प्रतिष्ठा का दिन काफी शुभ माना जा रहा है. इसलिए हर किसी की इच्छा है कि उनके घर आने वाला मेहमान भी इस शुभ घड़ी में ही दुनिया में आएं. पीएमसीएच व एनएमसीएच में अब तक 12 गर्भवती महिलाएं व उनके परिजनों ने अपने-अपने डॉक्टरों से संपर्क कर 22 जनवरी की सिजेरियन डिलिवरी की आग्रह कर चुके हैं. डॉक्टरों के अनुसार इसकी डिलिवरी तारीख 22 से कुछ दिन पहले व पीछे की दी गयी है.

प्राइवेट में भी में महिलाओं ने किया संपर्क

पटना जिले के प्राइवेट अस्पतालों में भी 22 जनवरी को डिलिवरी करने के तमाम आग्रह अब तक आ चुके हैं. पटना ऑब्स एवं गायनी सोसाइटी के अनुसार करीब 40 के आसपास लोगों ने अलग-अलग महिला डॉक्टरों से संपर्क किया है. सभी की डिलिवरी सिजेरियन होनी है. इसके लिए अस्पताल भी तैयार हैं.

श्रीराम जैसा प्रतापी और विराट पुत्र की चाह

विशेषज्ञों के अनुसार 22 जनवरी के दिन बच्चे को जन्म देने के पीछे आग्रह की वजह भी अलग है. गर्भवती ही नहीं, बल्कि परिवार वाले इस दिन को शुभ मान रहे हैं. विश्वास है कि इस दिन जन्मा बच्चा अत्यंत सौभाग्यशाली होगा. श्रीराम जैसा ही प्रतापी और विराट व्यक्तित्व के गुण उसमें जन्मजात होंगे.

22 जनवरी को सुबह से बनेगा सर्वार्थ सिद्धि योग

अयोध्या के राम मंदिर में जिस दिन प्रभु राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी, उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग सुबह 07:14 बजे से बन जायेंगे. ये दोनों ही योग अगले दिन प्रात: 04:58 बजे तक हैं. वहीं मृगशिरा नक्षत्र सुबह से अगले दिन सुबह 04:58 बजे तक है. मॄगशिरा नक्षत्र के स्वामी ग्रह मंगल हैं. उस दिन पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि होगी. द्वादशी तिथि में 23 जनवरी को रवि योग सुबह 04:58 से 07:13 बजे तक है, जो अत्यंत ही शुभ घड़ी है.

अपने बच्चे को 22 जनवरी को जन्म देना चाहती है

कल्पना कुमारी (बदला नाम) के गर्भ के नौ माह पूरे होने जा रहे हैं. कंकड़बाग स्थित कल्याणी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. डॉक्टर ने सिजेरियन डिलिवरी करने को कहा है. डिलिवरी की तारीख 25 जनवरी दी गयी है. लेकिन उनकी इच्छा है कि बच्चा 22 जनवरी को ही जन्म लें. इसके लिए वह व उनका परिवार डॉक्टर से आग्रह कर चुका है.

गुड़िया की इच्छा है कि आने वाला मेहमान इसी दिन आए

न्यू बाइपास की रहने वाली 32 वर्षीया गुड़िया कुमारी दूसरी बार मां बनने जा रही हैं. उनका इलाज पीएमसीएच में चल रहा है. डॉक्टरों ने 20 जनवरी को सिजेरियन डिलिवरी की तारीख दी है. गुड़िया के परिवार की इच्छा है कि वह बच्चे को 22 जनवरी को जन्म दें. महिला व उनके पति ने स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के डॉक्टरों से संपर्क किया है.

क्या कहती हैं डॉक्टर

22 जनवरी को डिलीवरी कराने के लिए लगातार आग्रह आ रहे हैं. पीएमसीएच के अलावा मेरे नर्सिंग होम में कुछ दिन पहले व बाद में डिलिवरी होनी है. लेकिन परिजन 22 जनवरी को ही बच्चे को जन्म देना चाह रहे हैं. अब तक आधा दर्जन से अधिक महिला व परिवार वाले अपनी इच्छा जता चुके हैं.

डॉ अमृता राय, असिस्टेंट प्रोफेसर, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, पीएमसीएच

मां और बच्चे की स्थिति देखकर ही निर्णय लिया जायेगा

प्राण प्रतिष्ठा के दिन डिलीवरी के आग्रह आ रहे हैं. मां और बच्चे की स्थिति देखकर ही निर्णय लिया जायेगा. 22 जनवरी के पहले की तारीख जिनको दी गयी है, उनको रोकना ठीक नहीं रहेगा. जिनको बाद की तारीख दी है, सिजेरियन डिलीवरी में दिक्कत होगी. हालांकि स्वास्थ्य जांच के बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकता है.

डॉ विनीता सिंह, पटना ऑब्स एंड गायनी सोसाइटी की पास्ट प्रेसिडेंट व एनएमसीएच की एसोसिएट प्रोफेसर

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