रामनवमी पर भगवान के दर्शन से पहले होगी जागरण आरती, जानिए पटना के महावीर मंदिर में कितने बजे खुलेगा पट
महावीर मंदिर में रामनवमी उत्सव बहुत खास है, जिस प्रकार त्रेता युग में भगवान राम के जन्म के समय देवताओं ने आकाश से पुष्पवृष्टि की थी, उसकी झलक महावीर मंदिर में दिखाई देगी. लगभग 12 बजे महावीर मंदिर के ऊपर तीन ड्रोन फूलों की वर्षा करेंगे.
श्रीरामनवमी का पावन पर्व मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के शुभ जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. पूरे देश में अयोध्या के बाद रामनवमी के दिन महावीर मंदिर (पटना में) श्रद्धालुओं की संख्या सबसे अधिक होती है. इस वर्ष महावीर मंदिर में रामनवमी गुरुवार को मनायी जायेगी. महावीर मंदिर का पट्ट दो बजे रात में खोल दिया जायेगा और 12 बजे रात तक खुला रहेगा. पट्ट खुलने से पहले जागरण आरती होगी. इसके बाद दर्शन शुरू हो जायेगा.
चार लाख राम भक्त के आने की संभावना
इस बार लगभग चार लाख राम भक्त मंदिर में दर्शन के लिए आने की संभावना है. इस बार भी महावीर मंदिर में रामनवमी उत्सव बहुत खास है, जिस प्रकार त्रेता युग में भगवान राम के जन्म के समय देवताओं ने आकाश से पुष्पवृष्टि की थी, उसकी झलक महावीर मंदिर में दिखाई देगी. लगभग 12 बजे महावीर मंदिर के ऊपर तीन ड्रोन फूलों की वर्षा करेंगे. मिली जानकारी के अनुसार सुबह 11:50 से दोपहर 12:20 तक महावीर मंदिर में भगवान राम का जन्मोत्सव होता है. इस अवधि में ड्रोन से फूलों की वर्षा होगी.
प्रसाद चढ़ाने वालों का उत्तरी गेट से होगा प्रवेश
मंदिर में जो प्रसाद, माला आदि चढ़ाना चाहते हैं, उन्हें पंक्तिबद्ध होकर उत्तरी द्वार से प्रवेश करना होगा. मंदिर के उत्तरी द्वार से जीपीओ गोलंबर तक घेराबंदी कर छाया की व्यवस्था की गयी है. इसमें दो कतारें एक पुरुषों के लिए और दूसरी महिलाओं के लिए बनायी गयी है. श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने में मंदिर प्रबंधन के द्वारा निजी सुरक्षा एजेंसी के लगभग 300 जवानों को लगाया गया जायेगा.
Also Read: पटना में रामनवमी पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था, महावीर मंदिर से वीर कुंवर सिंह पार्क तक रहेगी लाइन
20 हजार किलो नैवेद्यम तैयार किये जा रहे
पंडाल के अंदर सीसीटीवी पर मंदिर के भीतर का दृश्य दिखाई पड़ेगा, जिससे पंक्तिबद्ध हुए भक्तों को विग्रह के दर्शन के साथ-साथ पंक्ति की त्वरित गति का आभास होता रहेगा. नैवेद्यम् लड्डू की बिक्री के लिए मध्य-रात्रि से एक दर्जन काउंटर बाहर लगाये जायेंगे. इस बार लोगों के उत्साह को देखते हुए 20 हजार किलो नैवेद्यम तैयार किये जा रहे हैं. श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जायेगा. इस पूजा के बाद तीनों ध्वज बदले जायेंगे. इसके बाद जन्मोत्सव आरती होगी.