बिहार के चर्चित IPS अफसर रामचंद्र खान (Ramchandra khan IPS officer in bihar) का निधन हो गया. पूर्व आईपीएस अधिकारी रामचंद्र खान का निधन पटना के एक अस्पताल में हार्ट अटैक से हो गया. उनके निधन से प्रशासनिक महकमे में शोक की लहर है. रामचंद्र खान बिहार के दरभंगा वाले चर्चित IPS ऑफिसर और प्रदेश के वरिष्ठ ऑफिसर अनुराधा शंकर सिंह के पिता और ख्यात लेखिका ऊषा किरण खान के पति थे. पूर्व आईपीएस रामचंद्र खान ने शुक्रवार की देर रात पटना के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. रामचंद्र खान करीब 80 वर्ष के हो चुके थे. रामचंद्र खान बिहार के सख्त IPS अधिकारी के रूप में जाने जाते थे.
रामचंद्र खान ना केवल यशस्वी पुलिस अधिकारी थे, बल्कि उनकी बौद्धिक-सांस्कृतिक समाज के एक प्रखर व्यक्तित्व के रूप में बड़ी प्रतिष्ठा थी. वर्ष 1983-84 के बीच बिहार में हुए 44 लाख के वर्दी घोटाले में उनका नाम आया था. इस मामले की जांच कर रही सीबीआई को उनके खिलाफ साक्ष्य नहीं मिले थे, जिसके बाद पूर्व IPS अधिकारी रामचंद्र खान को बरी कर दिया गया था. जानकारी के मुताबिक उनकी कड़क मिजाजी के कारण उस समय के कुछ अधिकारियों ने एक सोची समझी साजिश के तहत उन्हें वर्दी घोटाले में फंसाया था.
बतादें कि गोपालगंज स्थित बीएमपी-16 के जमादार, हवलदार और सिपाहियों के लिये लंबा कोट, उलेन जर्सी, मच्छरदानी, बैग, उलेन मौजा, पैंट, कमीज, जूता, बरसाती कोट, बूट पॉलिश समेत अन्य सामग्री की खरीदारी की गई, जिसमें लगभग 44 लाख रुपये की हेराफेरी की गई थी. CBI ने मामले में 1986 में प्राथमिकी दर्ज की थी. लंबी सुनवाई के बाद CBI के विशेष न्यायाधीश सर्वजीत ने सभी आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया. रामचन्द्र खान घटना के वक्त पटना मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के पद पर तैनात थे.