विश्व थिएटर दिवस 2023 : पटना के रंगकर्मियों की वेब सीरिज और फिल्मों में भी धाक, देश में बना रहे पहचान

पटना रंगमंच हिंदी पट्टी में देश का सबसे विकसित रंगमंच माना जाता है यही कारण है कि यह वेब सीरिज और फिल्मों में कलाकारों की आपूर्ति करने वाली फैक्ट्री का रूप लेता जा रहा है. पटना रंगमंच से जुड़े कलाकारों की देश भर में उनके शानदार अभिनय के कारण प्रतिष्ठा है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 27, 2023 5:40 AM

साकिब, पटना. पटना रंगमंच से जुड़े कई रंगकर्मी आज देश भर में विभिन्न वेब सीरिज और फिल्मों के जरिये अपनी पहचान बना रहे हैं. फिल्म या वेब सीरिज के निर्देशकों की पहली पसंद रंगकर्म से जुड़े अभिनेता और अभिनेत्री होते हैं. पटना रंगमंच हिंदी पट्टी में देश का सबसे विकसित रंगमंच माना जाता है यही कारण है कि यह वेब सीरिज और फिल्मों में कलाकारों की आपूर्ति करने वाली फैक्ट्री का रूप लेता जा रहा है. पटना रंगमंच से जुड़े कलाकारों की देश भर में उनके शानदार अभिनय के कारण प्रतिष्ठा है. यही अब उन्हें रोजगार के साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर पहचान भी दे रहा है.

इन रंगकर्मियों का मानना है कि आज वे जो कुछ हैं पटना रंगमंच की बदौलत ही हैं. रंगमंच ही वह माध्यम है जिसने उनके अभिनय को तराशा है जिसके कारण उन्हें फिल्मों और वेबसीरिज में काम मिल रहा है. इन अभिनेताओं में रविकांत सिंह ने रनवे लुगाई वेबसीरिज में संजय मिश्र, रवि किशन जैसे दिग्गज अभिनेताओं के साथ काम किया है. उन्होंने जिंक्स फिल्म में लीड रोल भी किय है, यह मैक्स प्लेयर पर आयी है. लिपिस्टिक ब्यॉय में भी उनका प्रमुख रोल है. जल्द ही उनकी डेथ ऑन संडे फिल्म आ रही है जिसमें वह संजय मिश्रा के साथ काम कर रहे हैं.

पटना रंगमंच के अभिनेता मृत्युंजय प्रसाद एंड टीवी के सीरियल मौका ए वारदात, वेब सीरिज खााकी समेत कई टीवी सीरियलों में काम कर चुके हैं. अभिनेता कुणाल कुमार द मांझी द माउंटेन मैन फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दिकी के साथ काम कर चुके हैं. वह वेब सीरिज रनवे लुगाई में भी काम कर चुके हैं. आर्ट फिल्म गुच्चा में भी उनका अभिनय काफी सराहा गया है, यह फिल्म कई फेस्टिवलों में जा चुकी है. पटना रंगमंच के चर्चित नाट्य निर्देशक और अभिनेता राजेश राजा डिजनी हाॅट स्टार ओटीटी पर मछली वेबसीरिज में अपने अभिनय से सब की तारीफें बटोर चुके हैं.

संगीत नाटक अकादमी युवा पुरस्कार से सम्मानित पटना रंगमंच की पहली अभिनेत्री रूबी खातून ने काफी कम उम्र में सफलता की ऊंचाईयों को अपनी काबलियत से छूआ है. वह पटना रंगमंच की चर्चित अभिनेत्री होने के साथ ही फिल्मों और वेब सीरिज में भी काम कर चुकी हैं. ढ़ाके धुनुची फिल्म और डिजनी हॉट स्टार पर आने वाली शार्ट फिल्म राख में उनका अभिनय काफी पसंद किया गया है. पटना रंगमंच की युवा अभिनेत्री ईशा नारायण सिंह डिजनी हॉट स्टार की चर्चित वेबसीरिज मछली में काम कर चुकी हैं. इसमें उनका प्रिया नाम का कैरेक्टर काफी चर्चा में रहा है. अपने अभिनय से उन्होंने देश भर के दर्शकों का ध्यान खींचा है. पटना रंगमंच के कलाकारों की सूची काफी लंबी हो चुकी है जो फिल्मों और वेब सीरिज में हाल के दिनों में देखे गये हैं.

रंगमंच ने हमें तराशा और आगे बढ़ाया

  • मेरे करियर में पटना रंगमंच का बहुत बड़ा योगदान है. रंगमंच हमें अनुशासन सिखाता है और हमारे व्यक्तित्व को संवारता है. आज पटना रंगमंच के अभिनेता राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं. मृत्युंजय प्रसाद, अभिनेता

  • रंगमंच की वजह से ही मुझे फिल्मों और वेबसीरिज में काम मिल रहा है. इसके कारण ही लोग मुझे जानते हैं. रंगमंच से जुड़ने वालों के लिए अब करियर के कई अवसर खुल गये हैं. कुणाल कुमार, अभिनेता

  • मेरी अभिनय यात्रा में रंगमंच का ही मुख्य योगदान है. यह मेरी नींव है यही मेरी ताकत है. रंगमंच ने ही मुझे तराशा है. फिल्मों में अभिनय करना चाहते हैं तो पहले रंगमंच से जुड़े, इससे व्यक्तित्व का विकास होता है. रविकांत सिंह, अभिनेता

  • मैं आज जो कुछ भी हूं पटना रंगमंच की बदौलत हूं. रंगमंच से नहीं जुड़ती तो आम घरेलू महिला का जीवन जी रही होती. रंगमंच ने मुझे पहचान दी है, इसने मुझे तराशा है और आगे बढ़ाया है. रूबी खातून, अभिनेत्री

  • मेरे अभिनय में सबसे बड़ा योगदान पटना रंगमंच का है. मछली वेबसीरिज में काम करने से पहले मैंने रंगमंच से जुड़ कर नाटकों में काम किया और अभिनय की बारीकियों को समझा. ईशा नारायण सिंह, अभिनेत्री

  • पटना रंगमंच से अब बड़ी संख्या में युवा पीढ़ी जुड़ रही है. ओटीटी जैसे माध्यम आने के बाद अब रंगकर्मियों के लिए करियर के काफी बेहतर अवसर हैं. मेरे अभिनय में रंगमंच का सबसे बड़ा योगदान है. राजेश राजा, अभिनेता एवं निर्देशक

विश्व थिएटर दिवस का उद्देश्य

विश्व थिएटर दिवस का उद्देश्य विश्वभर के लोगों को रंगमंच संस्कृति के विषय में बताना उसके विचारों के महत्व को समझाना और इसके प्रति लोगों में दिलचस्पी पैदा करना तथा इससे जुड़े लोगों को सम्मानित करना है

  • दुनियाभर में अपने सभी रूपों में रंगमंच को बढ़ावा देना.

  • लोगों को थिएटर के मूल्यों से अवगत कराना.

  • खुद के लिए सभी रूपों में रंगमंच का आनंद लेना.

  • रंगमंच के आनंद को दूसरों के साथ बाँटना, आदि.

Next Article

Exit mobile version