Video: उल्लू जैसी शक्ल, मुलायम बाल और कांटेदार पंख, सिवान में मिला एक दुर्लभ पक्षी
एक सप्ताह पूर्व एक दुर्लभ पक्षी के चार चूजे मिलने पर उसको देखने सैकड़ो की भीड़ उमड़ पड़ी है मिले हुए पक्षी उजले रंग के मुलायम बाल वाले हैं. यह पक्षी कौन सा है यह जांच के बाद पता चलेगा ऐसा वन विभाग का कहना है.
एक सप्ताह पहले जब सीवान जिले के विसवार गांव में एक दुर्लभ पक्षी के चार बच्चे मिले तो उन्हें देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. जो पक्षी पाए गए उनका रंग सफेद और बाल मुलायम है. हालांकि इनके पंख कांटेदार हैं. गांव के बुजुर्गों का भी कहना है कि उन्होंने अपने समय में इसे कभी नहीं देखा था. जिसके कारण यह पक्षी कौतूहल का विषय बन गया है. इन पक्षियों की देखभाल करने वाले गांव के मनन सिंह एक सप्ताह से इन्हें दाना-पानी देने में लगे हैं. लेकिन उनका कहना है कि ये पक्षी पानी पी रहे हैं या नहीं ये तो मुझे नहीं पता लेकिन इन्होंने अभी तक अन्न का एक दाना तक नहीं खाया है. इन पक्षियों के संबंध में वन विभाग को सूचना दी गई लेकिन 5 दिन बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली. फोन पर बात करते हुए उन्होंने इन पक्षियों को दरौली लाने की बात कही, जिससे ग्रामीण नाराज हैं.
वन विभाग के डीएफओ पंकज कुमार ने बताया कि देखने से यह उल्लू का प्रजाति प्रतीत होता है. अभी जूविनाइल है जिसके कारण स्पष्ट नहीं है कि यह कौन सा पक्षी है. रेस्क्यू करने पहुंची टीम ने बताया कि फिलहाल यह गरुड़ पक्षी जैसा लग रहा है. जांच के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा की कौन पक्षी है.
हालांकि टीम के द्वारा इस रेस्क्यू कर जब ले जाया जाने लगा तो ग्रामीणों ने कहा कि इसकी मां रात में आती है. मां ही इन पक्षियों का भोजन लाती है. अगर रेस्क्यू टीम इन पक्षियों को लेकर चली जाएगी तो इसकी मां अपने बच्चों को ढूंढेंगी. ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो रेस्क्यू टीम फिलहाल इन पक्षियों को अपने साथ नहीं लाई है. डीएफओ ने बताया की फिलहाल टीम यह जांच करने में जुट गई है कि क्या इस प्रजाति के और भी इस क्षेत्र में पक्षी हैं. इन छोटे पक्षियों के ही सहारे इसका पता लग सकेगा.
फिलहाल वन विभाग ने अपील किया है कि इन पक्षियों को पब्लिक से दूर रखा जाए. अगर लोगों के द्वारा पक्षियों को परेशान किया जाता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जांच पूरी होने के बाद इन पक्षियों को नजदीकी जू या जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
सिवान से अरविंद कुमार सिंह की रिपोर्ट