Ration Card e-kyc: सरकार ने कार्डधारकों को दी बड़ी राहत, अब 30 सितंबर तक कराएं ई-केवाईसी
Ration Card e-kyc: बिहार के राशन कार्डधारियों के लिए राहत भरी खबर है. ई-केवाईसी कराने की तिथि आगे बढ़ा दी गई है. अब 30 सितंबर तक लाभुक ई-केवाईसी करा सकेंगे. खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव ने तिथि में संशोधन करते हुए नई तिथि जारी कर दी है.
Ration Card e-kyc: बिहार के राशन कार्डधारियों के लिए राहत भरी खबर है. ई-केवाईसी कराने की तिथि आगे बढ़ा दी गई है. अब 30 सितंबर तक लाभुक ई-केवाईसी करा सकेंगे. खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव ने तिथि में संशोधन करते हुए नई तिथि जारी कर दी है.
इस नई तिथि से सभी जिलों को अवगत करा दिया गया है. जारी निर्देश में कहा गया है कि निर्धारित तिथि के अंदर शत प्रतिशत ई-केवाईसी का काम पूरा करते हुए मुख्यालय को रिपोर्ट भेजें.
अगर निर्धारित तिथि के अंदर किसी लाभुक ने ई-केवाईसी नहीं कराया तो इसके बाद स्वत: उसका नाम राशन कार्ड से कट जाएगा.
30 जून तक महज 93.45 प्रतिशत e-kyc अपडेट
बता दें कि इससे पहले 30 जून तक की तिथि निर्धारित की गई थी. लेकिन राज्य में महज 93.45 प्रतिशत राशन कार्डधारकों का हीं ई-केवाईसी हो पाया. इस दौरान आधार कार्ड में त्रुटि और इसमें सुधार होने में हो रही देरी के कारण कार्य शत-प्रतिशत सम्पन्न नहीं हो सका.
इसे देखते हुए विभाग ने तिथि बढ़ाने का निर्णय लिया है. विभाग के सचिव ने सभी डीएम को इसकी जानकारी देते हुए शत प्रतिशत ई-केवाईसी कराने के लिए अपने स्तर से सभी पीडीएस डीलरों को क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाने को निर्देश दिया है.
ये भी पढ़ें: प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों का सरकारी से कटेगा नाम, होगी आधार सीडिंग
उत्तर बिहार के अरवल में सबसे ज्यादा e-kyc अपडेट
विभागीय आंकड़ों पर गौर करने पर अरवल इस मामले में सबसे अव्वल है. इस जिले में 97.55 प्रतिशत लाभुकों का ई-केवाईसी अपडेट हो चुका है. इसी प्रकार समस्तीपुर में 97.25, नवादा में 96.97, पटना में 95.85, सीतामढ़ी में 90.20, शिवहर में 94.46, दरभंगा में 90.25, मधुबनी में 96.54, पश्चिम चंपारण में 92.24 प्रतिशत अपडेट हुआ है.
वहीं, पूर्वी चंपारण में 95.49, औरंगाबाद में 96.43, गया में 95.24 और अररिया में 93.73 प्रतिशत ई-केवाईसी अपडेट हुआ है. जबकि मुजफ्फरपुर में 89.53 प्रतिशत ही कार्य पूरा हुआ है. यानी उत्तर बिहार में सबसे खराब परफार्मेंस मुजफ्फरपुर का ही है. अन्य जिलों के आंकड़े भी इसी के इर्द गिर्द हैं.