अमित शाह के दौरे पर महागठबंधन के सवाल पर रविशंकर प्रसाद ने किया तीखा हमला, कहा- वो पासपोर्ट लेकर आएंगे?
बिहार के सीमांचल में कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आ रहे हैं. इसको लेकर महागठबंधन के नेता बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं. इसको लेकर पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि महागठबंधन के नेताओं में इसको लेकर हलचल क्यों मच रहा है?
पटना. बिहार के सीमांचल में कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आ रहे हैं. इसको लेकर महागठबंधन के नेता बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं. प्रदेश में इस यात्रा को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है. पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस मुद्दे को लेकर महागठबंधन पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेताओं में इसको लेकर हलचल क्यों मच रहा है?
गृह मंत्री अमित शाह बिहार के लोगों से रूबरू होंगे
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पूर्णिया की जनता से गृह मंत्री अमित शाह रूबरू होंगे. जनसभा करेंगे तो महागठबंधन के नेताओं में डर का भाव दिख रहा. महागठबंधन के नेताओं पर हमलावर होते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस तरीके से सुन रहा हूं कि अमित शाह क्यों आ रहे हैं? अमित शाह बिहार की आवाम से रूबरू होने आ रहे हैं. बिहार की जनता से मिलने आ रहे है.
‘क्या वो पासपोर्ट लेकर आएंगे’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार भारत का अंग है. यहां कोई भी भारतीय आ सकता है. गृह मंत्री यहां पासपोर्ट लेकर आएंगे क्या?. गृह मंत्री अमित शाह बिहार की जनता से मिलने आ रहे हैं. बिहार की समस्याओं को बताने आ रहे हैं. बिहार के जनता को बताएंगे कि कैसे विश्वासघात हुआ है. अभी तो किशनगंज से आगाज हुआ है.
‘किशनगंज पहला दौरा है’
इसके साथ ही रविशंकर प्रसाद ने कहा कि महागठबंधन के लोग सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करते हैं. हम विकास की राजनीति करते हैं. किशनगंज का दौरा 2024 25 का चुनाव का ये पहला चरण होगा जहां लोगों को यह बताया जाएगा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किस तरीके से देश का विकास किए हैं. अब देश सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करता है.
महागठबंधन सरकार बनने के बाद अमित शाह का ये पहला दौरा
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को दो दिवसीय (23 और 24 सितंबर) बिहार दौरे पर आ रहे हैं. राज्य में महागठबंधन सरकार बनने के बाद अमित शाह का यह पहला दौरा है. इससे पहले अमित शाह 31 जुलाई को बिहार आये थे. माना जा रहा है कि गृहमंत्री का यह दौरा सीमांचल से सटी पश्चिम बंगाल की एक दर्जन से अधिक विधान सभा सीटों को प्रभावित करेगा.