Bihar News : अरुणाचल प्रदेश में हुई टूट के बाद जेडीयू ने बड़ा फैसला किया है. सीएम नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में संगठन महासचिव रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह (RCP Singh) को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया, जिसे सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया गया है. आरसीपी सिंह नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं और वर्तमान में राज्यसभा संसदीय दल के नेता भी हैं. आरसीपी सिंह 2019 में बनी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले सबसे प्रबल दावेदार थे, लेकिन हिस्सों को लेकर जेडीयू (JDU) और बीजेपी में ठन गई, जिसके बाद जेडीयू कोटे से कोई भी मंत्री नहीं बन सका. जेडीयू के रामचंद्र प्रसाद सिंह को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar CM) से आरसीपी सिंह की पहली मुलाकात सन् 1996 इस्वी हुई थी. तब से दोनों नेता के बीच संबंध जारी है. आरसीपी सिंह जेडीयू में संगठन के नेता मानें जाते हैं. वे पार्टी संगठन में कई पदों पर रह चुके हैं. वे उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अफसर रह चुके हैं.
बिहार चुनाव में राज्यसभा सांसद एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह (RCP Singh) को टिकट बंटवारे से जुड़े मामले और बूथ मैनेजमेंट जैसी अहम जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. आरसीपी सिंह के पास बतौर नौकरशाह लंबा प्रशासनिक अनुभव रहा है और उन्हें जदयू का जमीनी नेता माना जाता है.
बीजेपी कोटे से नीतीश सरकार में मंत्री मंगल पांडेय ने आरसीपी सिंह को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर बधाई दी है. मंगल पांडे ने ट्वीट कर लिखा, ‘राज्यसभा सांसद आर. सी. पी. सिंह जी को जनता दल यूनाइटेड (JDU) का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर बधाई एवं शुभकामनाएं.’ बता दें कि बीजेपी बिहार में जेडीयू की सहयोगी पार्टी है.
वहीं आरसीपी सिंह के अध्यक्ष मनोनित होने पर जदयू प्रदेश कार्यालय के बाहर सेलिब्रेशन की तैयारी हो रही है. कार्यालय के बाहर ढोल नगाड़ा और मिठाई के साथ कार्यकर्ता मौजूद है. बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक खत्म होने के बाद सेलिब्रेशन होगा.
नहीं है कोई भी क्रिमिनल केस– आरसीपी सिंह पर एक भी क्रिमिनल केस नहीं है. आरसीपी सिंह यूपी कैडर के आईएएस रहे, जिसके बाद उन्होंने सीधे जेडीयू के जरिए राजनीति में एंट्री किया.
Posted By : Avinish kumar mishra