वाणिज्य कर विभाग के रडार पर बिहार के रियल स्टेट के कारोबारी, विशेष साॅफ्टवेयर से खंगाला जा रहा रिकॉर्ड
बिहार में बीते दिनों वाणिज्य कर विभाग ने कोचिंग, बैंक्वेट हाॅल व मैरेज हाॅल चलाने वालों पर कार्रवाई की गयी थी. करोड़ों का कर चोरी पकड़ में आया था. अब विभाग के रडार पर रियल स्टेट सेक्टर के कारोबारी हैं.
पटना: वाणिज्य कर विभाग चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के राजस्व संग्रह लक्ष्य को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. कर चोरी के हर रास्ते पर विभाग के अधिकारी न केवल नजर रखें हुए हैं, बल्कि इसके लिए नयी-नयी तकनीक का भी प्रयोग कर रहा है.
बीते दिनों कोचिंग, बैंक्वेट हाॅल व मैरेज हाॅल संचालकों पर हुई थी कार्रवाई
पिछले दिनों कोचिंग, बैंक्वेट हाॅल व मैरेज हाॅल चलाने वालों पर कार्रवाई की गयी थी. करोड़ों का कर चोरी पकड़ में आया था. अब विभाग के रडार पर रियल स्टेट सेक्टर के कारोबारी हैं. विभाग रियल स्टेट के वैसे कारोबारी की खोज में है, जिन्होंने फ्लैट्स की बिक्री और उसकी रजिस्ट्री खरीदार को कर दी है,लेकिन अपने रिटर्न में इसका उल्लेख नहीं नहीं किया है. नतीजतन कर भी नहीं जमा किया है.
टैक्स और पेनाल्टी के साथ-साथ ब्याज वसूला जाएगा
वाणिज्य कर विभाग की विशेष टीम ऐसे कारोबारियों का पता लगाने के लिए ह्यूमन इंटेलिजेंस एवं एनालिटिक्स का उपयोग कर रही है. इसके आधार पर चिह्नित व्यावसायियों पर कार्रवाई की जायेगी. इन कारोबारियों से टैक्स और पेनाल्टी के साथ-साथ ब्याज भी वसूला जायेगा. विभाग ने इसके लिए निबंधन विभाग से भी आंकड़ा मांगा है. निबंधन के आंकड़ों का मिलान स्टेट सेक्टर कारोबारी के जीएसटी रिटर्न से किया जायेगा और अंतर के आधार पर छापेमारी की भी तैयारी चल रही है.