सात दिनों में 90 से बढ़कर 93 हुआ रिकवरी रेट, 277 अभी हैं संक्रमित
बेतिया : जिले में कोरोना के लगातार बढ़ते प्रसार के बीच फिलहाल कुछ राहत देने वाली खबर है. जिले में कोरोना का रिकवरी रेट लगातार सुधर रहा है. बीते सात दिनों में ही रिकवरी रेट 90 से बढ़कर 93 फीसदी हो गया हैं. हालांकि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. जानकार चिकित्सकों की माने तो असावधानी बरतने पर कोरोना का सेकंड स्ट्राइक शुरू हो सकता है.
बेतिया : जिले में कोरोना के लगातार बढ़ते प्रसार के बीच फिलहाल कुछ राहत देने वाली खबर है. जिले में कोरोना का रिकवरी रेट लगातार सुधर रहा है. बीते सात दिनों में ही रिकवरी रेट 90 से बढ़कर 93 फीसदी हो गया हैं. हालांकि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. जानकार चिकित्सकों की माने तो असावधानी बरतने पर कोरोना का सेकंड स्ट्राइक शुरू हो सकता है.
लिहाजा वैक्सीन आने तक इस अनलॉक फेज में सरकार व डब्ल्यूएचओ की सभी गाइडलाइंस का पालन, सोशल डिस्टैंसिंग, मास्क, इम्यूनिटी बरकरार रख कर कोरोना संक्रमण को न सिर्फ फैलने से रोका जा सकता है. बल्कि रिकवरी रेट और भी भी बेहतर किया जा सकता है.
आंकड़ों की माने तो जिले में अभी तक कुल 1 लाख 56 हजार 351 लोगों की कोरोना की जांच की जा चुकी है. इसमें से 1 लाख 50 हजार 565 लोग निगेटिव मिले हैं. जबकि 4418 लोगों में कोरोना का संक्रमण मिला है. इसमें से 4123 लोग कोरोना का मात देकर स्वस्थ्य हो चुके हैं. जबकि 277 लोगों में अभी कोरोना का संक्रमण है.
इसमें से दो हॉस्पिटल और नौ फैसिलिटी आइसोलेशन में हैं. जबकि 255 को होम आइसोलेशन में रखा गया है. सोमवार को अभी कुल 56 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर लौटे हैं. कोरोना से निबटने की प्रशासन की तैयारियां बेहतर रही है.
बहुत ही कम समय में मेडिकल कॉलेज में करीब 200 बेड का बना अत्याधुनिक आइसोलेशन वार्ड, प्रभावित इलाकों यानि कंटेनमेंट जोन में निरोधात्मक कार्य, उल्लंघन पर जुर्माने की कार्रवाई, कंट्रोल रूम से टेलीफोनिक काउंसिलिंग इत्यादि ने कोरोना से लड़ने में मददगार बनी.
आंकड़ों की माने तो करीब 9277 लोगों ने कंट्रोल रूम में फोन किया. 757 को मेडिकल टीम से काउंसेलिंग किया गया. कोरोना से जिले में 18 लोगों की मौत भी हो चुकी है. जिनका अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत कराया गया था.
posted by ashish jha