पटना : वार्षिक परीक्षा में बेस्ट स्कोरर की संख्या में कमी, टॉपर के मार्क्स में भी गिरावट, जानिए वजह
शिक्षकों के अनुसार जूनियर विंग के बच्चों की लिखने की आदत छूटने की वजह से सवालों का जवाब तय शब्द सीमा से कम में दे रहे हैं. इसके साथ ही सीनियर विंग के बच्चों में प्रश्न के नये पैटर्न को ठीक ढंग से नहीं समझने की वजह से टॉपर के अंक प्रतिशत कम हुए हैं.
पटना. स्कूलों की वार्षिक परीक्षा में बेस्ट स्कोरर विद्यार्थियों की संख्या में कमी आयी है. यह हाल शहर के कमोबेश सभी स्कूलों में देखने को मिल रहा है. इसके साथ ही टॉपर के अंक प्रतिशत में भी कमी आयी है. कक्षा एक से नौवीं तक की वार्षिक परीक्षा के रिजल्ट में बेस्ट की श्रेणी में आने वाले विद्यार्थियों की संख्या पहले से कम हुई है.
कोरोना में बच्चों की पढ़ाई छूटना भी एक कारण
स्कूल प्रबंधकों का कहना है कि यह कमी कोरोना में बच्चों की पढ़ाई छूटने के कारण आयी है. इसके साथ ही सीनियर विंग के सिलेबस में जोड़े किये केस बेस्ड और एनालिटिकल सवालों को हल करने से भी बच्चे कतरा रहे हैं. शिक्षकों के अनुसार जूनियर विंग के बच्चों की लिखने की आदत छूटने की वजह से सवालों का जवाब तय शब्द सीमा से कम में दे रहे हैं. इसके साथ ही सीनियर विंग के बच्चों में प्रश्न के नये पैटर्न को ठीक ढंग से नहीं समझने की वजह से टॉपर के अंक प्रतिशत कम हुए हैं.
बच्चों के अंक पर्सेंटेज में गिरावट आयी
संत कैरेंस हाइस्कूल की प्राचार्या सीमा सिंह ने बताया कि छोटे बच्चों के अंक पर्सेंटेज में गिरावट आयी है. वहीं, संत डोमेनिक सेवियोज हाइस्कूल के प्राचार्य ग्लेन गॉल्सटन ने बताया कि रेगुलर क्लास करने वाले बच्चों का रिजल्ट बेहतर रहा है. हालांकि, पहले जहां 95 प्लस पर्सेंटेज से टॉपर लिस्ट तैयार होती थी. इस बार यह 85 से 90 प्रतिशत हो गयी है.
ये हैं मुख्य कारण
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कोरोना में बच्चों की पढ़ाई छूटी गयी थी
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केस बेस्ड और एनालिटिकल सवालों का हल करने से कतरा रहे हैं बच्चे
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लिखने की आदत छूटने से कम शब्दों में दे रहे सवालों के जवाब
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प्रश्न के नये पैटर्न को ठीक से नहीं समझना
इन स्कूलों टॉपर के पर्सेंटेज में आयी गिरावट
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स्कूल- पहले- अब
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संत कैरेंस हाइस्कूल- 90 से 95%- 85 से 90 %
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संत डोमेनिक सैवियोज- 90 से 95%- 80 से 85%
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पटना सेंट्रल स्कूल- 85 से 90 % – 80 से 85%
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ज्ञान निकेतन- 85 से 90%- 80 से 85%
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डीएवी पब्लिक स्कूल- 95 से 90%- 85 से 90%
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संत माइकल हाइस्कूल- 99 से 95%- 90 से 95%
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बॉल्डविन एकेडमी- 90 से 95%- 85 से 90%
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कार्मेल हाइस्कूल- 99 से 95%- 90 से 95%
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लोयला हाइस्कूल- 95 से 90%- 85 से 90%
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संत जेवियर्स हाइस्कूल- 95 से 90% – 90 से 85%