बिहार लौट रहे प्रवासियों का पोर्टल पर निबंधन हुआ शुरू, दूसरे विभागों से समन्वय कर श्रम विभाग दिलायेगा रोजगार
बिहार में कोरोना काल में लौट रहे प्रवासी बिहारियों को राज्य सरकार हर हाल में रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर अब श्रम संसाधन विभाग ने इस दिशा में ठोस प्रयास शुरू कर दिया है.
पटना. बिहार में कोरोना काल में लौट रहे प्रवासी बिहारियों को राज्य सरकार हर हाल में रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर अब श्रम संसाधन विभाग ने इस दिशा में ठोस प्रयास शुरू कर दिया है.
खासकर वैसे श्रमिक जिन्होंने विभाग के पोर्टल पर निबंधन कराया था, अब उनकी खोज -खबर ली जा रही है कि उन्हें रोजगार मिला है या नहीं. रोजगार नहीं मिलने वालों को दूसरे विभागों से समन्वय स्थापित कर रोजगार दिलाना सुनिश्चित किया जायेगा.
इस बार इस काम में जिलों में तैनात श्रम विभाग के अधिकारी स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर काम करेंगी, ताकि श्रमिकों की पहचान करने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आये.
अब विभाग के पोर्टल पर है श्रमिकों का आंकड़ा
2019 तक विभाग के पास प्रवासी श्रमिकों का कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं था, लेकिन जब कोरोना के कारण प्रवासी मजदूर बिहार लौटने लगे, तो विभाग ने श्रमिकों का निबंधन शुरू किया और इसके बाद से अभी विभाग के पास लगभग 25 लाख श्रमिकों का आंकड़ा है.
प्रवासी मजदूरों का निबंधन कोरोना काल में आपदा प्रबंधन व उद्योग विभाग ने मजदूरों का क्वारेंटिन कैंपों में निबंधन किया. वहीं, लाखों मजदूर बिना कैम्पों में रहे हुए भी आये. इनके लिए श्रम संसाधन विभाग ने अपनी वेबसाइट का पोर्टल लाभकारी साबित हुआ था.
अधिकारी लेंगे खोज खबर
श्रम संसाधन विभाग के स्थानीय अधिकारी मजदूरों की खोज – खबर ले रहे हैं. यह देखा जा रहा है कि प्रवासी मजदूर अभी बिहार में हैं या वापस चले गये,जो मजदूर बिहार में हैं उन्हें यही रोजगार देने की बात कही जा रही है.
इसके लिए मनरेगा से लेकर सभी विभागों की ओर से होने वाले कार्यों की जानकारी दी जा रही है, ताकि किसी बेरोजगार को अब तक रोजगार नहीं मिल सका है या कोई रोजगार करने वाले भी अगर स्वरोजगार करना चाहते हैं तो उन्हें सरकार की अन्य योजनाओं से जोड़ा जाये.
इसके लिए उद्योग विभाग सहित अन्य विभागों से भी समन्वय कायम किया जा रहा है ताकि उन्हें सरकारी सहायता मिल सके. विभाग की कोशिश है कि हल प्रवासी को बिहार में ही हर हाल में रोजगार मिले. वहीं, अभी आने वाले श्रमिकों को भी रोजगार दिया जाये और उनका निबंधन कराया जाये.
Posted by Ashish Jha