पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और गया में एक सितंबर से मॉडल डीड से ही होगी रजिस्ट्री, जानें क्या हुआ बदलाव
Bihar News: आवेदक खुद ही ऑनलाइन या इन कार्यालयों में बने ‘ मे आइ हेल्प यू’ काउंटरों के कर्मियों की मदद से दस्तावेज तैयार करा कर रजिस्ट्री करा सकेंगे.
बिहार के चार बड़े शहरों पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और गया जिले के अवर निबंधन कार्यालयों में एक सितंबर से तमाम दस्तावेजों (जमीन-फ्लैट) की रजिस्ट्री मॉडल डीड के माध्यम से ही होगी. आवेदकों को दस्तावेज तैयार करने या उसका निबंधन कराने के लिए कातिबों की मदद लेने की जरूरत नहीं पडगी. आवेदक खुद ही ऑनलाइन अथवा इन कार्यालयों में बने ‘ मे आइ हेल्प यू’ काउंटरों पर बैठे कर्मियों की सहायता से दस्तावेज तैयार करा कर उनकी रजिस्ट्री करा सकेंगे. इससे उनके पैसे और समय दोनों की बचत होगी. इसको लेकर मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने संबंधित जिला अवर निबंधकों को तैयारी करने का निर्देश दिया है.
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आवेदक खुद ही ऑनलाइन या इन कार्यालयों में बने ‘ मे आइ हेल्प यू’ काउंटरों के कर्मियों की मदद से दस्तावेज तैयार करा कर रजिस्ट्री करा सकेंगे.
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लोगों की सुविधा के लिए निबंधन विभाग की वेबसाइट पर हिंदी में 31, अंग्रेजी में 31, उर्दू में 29 प्रकार के मॉडल डीड प्रदर्शित है.
बढ़ायी जायेगी काउंटर और कर्मियों की संख्या
निबंधन सह उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने सोमवार को बताया कि इसके लिए इन चारों जिलों के अवर निबंधकों को आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. मसलन ‘ मे आइ हेल्प यू’ काउंटर और कंप्यूटर सिस्टम बढ़ाने के साथ ही आवश्यक कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं. उदाहरण के तौर पर पटना जिले के अवर निबंधन कार्यालय में हर दिन औसतन 80-90 दस्तावेजों की रजिस्ट्री होती है. इनमें 25 रजिस्ट्री मॉडल डीड के माध्यम से होती है. इसके लिए ‘ मे आइ हेल्प यू’ के पांच काउंटर तथा इतने ही कंप्यूटर सिस्टम और काउंसेलर की व्यवस्था है. सभी रजिस्ट्री मॉडल डीड के माध्यम से कराने के लिए काउंटरों की संख्या तीन गुना तक बढ़ायी जा सकती है.
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फिलहाल सभी कार्यालयों में 20 प्रतिशत रजिस्ट्री मॉडल डीड से
निबंधन आयुक्त ने बताया कि वर्तमान में सूबे के सभी 125 निबंधन कार्यालयों में कुल रजिस्ट्री का 20 फीसदी मॉडल डीड से कराने के लक्ष्य को पूरा किया जा रहा है. आम लोगों की सुविधा के लिए निबंधन विभाग की वेबसाइट पर हिंदी में 31, अंग्रेजी में 31 तथा उर्दू में 29 प्रकार के मॉडल डीड प्रदर्शित हैं. इसकी सहायता से लोग खुद दस्तावेज तैयार कर सकते हैं. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के दौरान ऑनलाइन भुगतान को प्रोत्साहित करने के लिए स्टांप ड्यूटी की राशि में एक फीसदी या अधिकतम दो हजार रुपये की छूट भी दी जाती है. मॉडल डीड के माध्यम से लोगों को रजिस्ट्रेशन में सहयोग के लिए निबंधन कार्यालयों में ‘ मे आइ हेल्प यू’ बूथ भी खोले गये हैं, जिनमें पर्याप्त संख्या में ऑपरेटर सहित कंप्यूटर की सुविधा मुहैया करायी गयी है. माडल डीड में पूरी जानकारी लिखी रहती है, जिसे कोई भी व्यक्ति बिना कातिब की सहायता के ऑनलाइन भर सकता है.